एनपी न्यूज़ नेट्वर्क । Navpravah.com
एक तरफ पीएम मोदी ने जापान के साथ मिलकर बुलेट ट्रेन की नींव रख दी है । तो वहीं दूसरी ओर देश के नये रेल मंत्री पीयूष गोयल के ऊपर भी बड़ी जिम्मेदारी है । इन दोनों स्थितियो के बीच रेल मंत्री के साथ एक ऐसी घटना हुई जिसके बाद रेलवे विभाग को काफी शर्मिंदा होना पड़ा ।
दरअसल , पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों को तब बहुत शर्मिंदा होना पड़ा जब केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल के आगमन के दौरान एस्केलेटर अचानक बंद होगा। दरअसल बीते शुक्रवार (22 सिंतबर) को पीयूष गोयल गुजरात के सूरत रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। जहां प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए उन्होंने एस्केलेटर का प्रयोग किया लेकिन एस्केलेटर अचानक बंद हो गया और रेल मंत्री को चलकर जाने पड़ा।
गौरतलब है कि पीयूष गोयल वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने पर चर्चा के लिए सूरत पहुंचे थे। सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार , एस्केलेटर प्लेटफॉर्म नंबर चार का था। मामले में एक अधिकारी ने बताया कि एस्केलेटर खराब होने का कारण ओवर लोडिंग भी हो सकता है। दूसरी तरफ रेलवे के अन्य अधिकारी ने बयान जारी कर कह कि एस्केलेटर भूल से सुरक्षा अधिकारी ने बंद कर दिया था।
फिलहाल इस घटना से इतर अगर हम रेल मंत्री पीयूष गोयल के दौरे की बात करें तो इससे पहले रेल मंत्री ने ट्रेन में मिलने वाले खाने की क्वालिटी सुधारने के लिए नई पहल शुरू की थी। इस दौरान उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से कहा कि यात्रा के दौरान ट्रेन में यात्रियों को मिलने वाले खाने के साथ खाने की मात्रा और कॉन्ट्रैक्टर की जानकारी भी दी जाए।
रेल मंत्रालय की तरफ से सभी जॉनल जनरल मेनेजर्स को एक पत्र भेजा गया। पत्र में रेलवे बोर्ड ने बताया है कि रेल मंत्री ने कहा, ट्रेन में यात्रियों को खाने के साथ सप्लायर या कॉन्ट्रैक्टर की डिटेल्स के साथ, वजन, पैकिंग की तारीख भी बतानी चाहिए। इसके साथ ही पैकेट पर एक ऐसा सिंबल भी होना चाहिए जिससे पता चले कि पैकेट में खाना वेज है या नॉन वेज।
अब देखना होगा की रेल मंत्री पीयूष गोयल के आने के बाद रेल सेवा की स्थिति कब तक बेहतर होंगी । फिलहाल प्रयास तो किये जा रहे हैं ऐसा विभाग का कहना है ।