रायबरेली. लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक ढाबे के पीछे 21 साल की युवती का अधजला शव मिलने से हड़कंप मच गया है। युवती के अधजले शव का पोस्टमॉर्टम रविवार देर रात किया गया। सोमवार सुबह युवती का शव परिजनों के सुपुर्द हुआ। कुछ परिजन व कस्बे के लोग मुख्य चौराहे पर प्रशासन के विरोध में नारे लगाते हुए प्रदर्शन करने लगे।
आपको बता दें, बीते शनिवार को युवती का अधजला बाग में पड़ा मिला था। रविवार को शव की शिनाख्त भी कर ली गई थी। देर रात हुए पोस्टमॉर्टम में जिंदा जलाने की बात सामने आई है। हालांकि, शव मिलने के 24 घंटे बाद भी आरोपितों का पता नहीं चला, जिन्होंने खौफ को भी डरा देने वाले अंदाज में युवती को मार डाला।
यह मामला क्षेत्र के गंगागंज में शोरा गांव का है। यहां स्थित ढाबे के पीछे यूकेलिप्टस के बाग में बीते दिन एक 21 वर्षीय युवती का अधजला शव पड़ा मिला था। जिसकी पहचान बछरावां थाना क्षेत्र के कस्बे की निवासी के रूप में हो गई है। पिता कस्बे की एक बाजार में पान की दुकान हैं। जबकि युवती हरचंदपुर क्षेत्र के ही एक महाविद्यालय में बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा थी।
बताया जा रहा है कि शनिवार को बेटी के घर न पहुंचने पर परिवारीजन भी चिंतित थे। रविवार को घटना की सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से मिलने पर घरवाले थाने पहुंचे। जिसके बाद मृतका की पहचान हो सकी। करीब 20 घंटे के बाद पहचान की कड़ी खुली तो अब खाकी हत्यारों का सुराग ढूंढने में लगी है।
जिंदा जलाने की पुष्टि
पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई ने बताया कि पोस्टमॅार्टम रिपोर्ट में दुराचार जैसी कोई बात सामने नहीं आई। बताया कि लड़की की पहले हत्या कर फिर जलाए जाने की बात भी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नहीं है। पीएम रिपोर्ट में हाथ व पैर बांधकर जिंदा जलाकर मारने की पुष्टि हुई है।