अनुज हनुमा|Navpravah.com
खुद को देवी बताने वालीं और दहेज प्रताड़ना के आरोप में कानूनी शिकंजे में फंस चुकी राधे मां एक बार फिर से विवादों में आ गई हैं। दरअसल, मामला दिल्ली का है, जहां पर राधे मां विवेक विहार थाने पहुंची। इस दौरान राधे मां की जी-हुजूरी में थाने के एसएचओ से लेकर थाने के कई सिपाही लग गए। इस दौरान राधे मां थाने के एसएचओ की कुर्सी पर बैठी हुई नजर आईं।
हाथ जोड़कर खड़े हैं एसएचओ साहब
अब विवाद इस बात पर हो रहा है कि राधे मां के आगे आखिर कानून भी नतमस्तक दिखा। जिस वक्त राधे मां एसएचओ की कुर्सी पर बैठी हुईं थी, उसी समय थाने के एसएचओ हाथ जोड़कर राधे मां के साइड में खड़े हुए थे। कमरे में कुछ पुलिस वाले भी भक्त की मुद्रा में नजर आ रहे हैं। साथ ही थाने में ही भक्तों की भीड़ जुट गई है और राधे मां की जय-जयकार हो रही है।
विवेक विहार थाने का है मामला
बताया जा रहा है कि ये तस्वीरें नवरात्रों के दौरान अष्टमी की हैं। हाथ में त्रिशूल लेकर अपने भक्तों के बीच अजब-गजब मुद्रा को लेकर चर्चित राधे मां दिल्ली के विवेक विहार थाने में एसएचओ की कुर्सी पर बैठी नजर आईं। खाकी वर्दी की इज्जत से बेपरवाह एसएचओ संजय शर्मा भक्त की मुद्रा में हाथ जोड़े राधे मां के सामने अभिभूत से खड़े दिखाई दिए। वर्दी के ऊपर मातारानी की चुनरी डाल रखी थी।
कानून का किया अपमान!
एसएचओ को देखकर ऐसा लग रहा था मानो वो अपने कर्तव्यों के मंदिर यानी थाने में ना होकर किसी देवी के मंदिर में खड़े हों। इस माजरे को लेकर अब विवाद इस बात पर हो रहा है कि एसएचओ साहब ने वर्दी में राधे मां आगे नतमस्तक होकर वर्दी कानून का अपमान किया है।
SHO ने कुछ भी बोलने से किया इनकार
जब इन तस्वीरों को लेकर एसएचओ से बात करने की कोशिश की गई तो वो कन्नी काट गए। थाने के एक कांस्टेबल का कहना है कि राधे मां रामलीला में आई थी। काफी भीड़ जुटने की वजह से एसएचओ संजय शर्मा उन्हें थाने ले आए। आपको बता दें कि राधे मां पर दहेज उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न और धमकाने समेत गंभीर आरोप लगे हैं।
राधे मां को फर्जी धर्मगुरु घोषित किया जा चुका है
इसके अलावा हाल ही में फर्जी धर्मगुरुओं की एक लिस्ट में राधे मां का भी नाम शामिल किया गया था। ऐसे में सवाल उठता है कि एक थाने में राधे मां के प्रति इतनी श्रद्धा कहां तक उचित है?