अनुज हनुमत,
पूरे देश में इस समय छोटे नोटों को लेकर मारामारी मची हुई है और सामान्य खर्चों से निपटने के लिए छोटे नोटों की चाहत में लोग घण्टों बैंक के सामने कतार में खड़े हो रहे हैं। लंबी लंबी क़तारें, धक्कामुक्की के बीच जहां ज्यादातर लोगों को छोटे नोटों की दरकार है, वहीं शिवकुमार नाम के एक शख्स, 50 और 100 रूपये की नोट लेकर खाते में जमा कराने रविवार को दिल्ली रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की आवास विकास शाखा में पहुँच गये ।
बैन नोट बदलवाने के लिए उमड़ी तमाम भीड़ के बीच यह अजूबा देख न केवल बैंक स्टाफ, बल्कि मैनेजर क्रांति कुमार अपनी कुर्सी से खड़े हो गए और उन्होंने शिवकुमार पाठक को अपने कक्ष में बुलाकर कुर्सी पर बैठाया। उन्होंने अपने कक्ष में ही शिवकुमार से फार्म भरवाया और पैसे जमा करवाये ।
बैंक मैनेजर से शिवकुमार ने बताया कि उन्होंने टीवी में खबर देखी की बैंको में छोटे छोटे नोटों की कमी पड़ रही है। घर में बच्चों और पत्नी की कुल बचत करीब छह हजार रूपये थी। इसमें सभी 100 और 50 के नोट थे । शिवकुमार ने बताया कि हमने आधी रकम अपने पास रख ली है जिससे उनके पूरे परिवार का तीन महीने का खर्च चल जायेगा। बाकी बचे तीन हजार रूपये किसी जरूरतमंद तक पहुँच जाएं,इसी सोच के साथ हमने जमा कराएं हैं । वहीं बैंक मैनेजर का मानना था कि, अगर ऐसे ही भावना का प्रदर्शन करते हुए सभी लोग धैर्य से काम लें तो मौजूदा समय में हो रही कैश की कमी की समस्या से निपटा जा सकता है ।आपको बता दें कि पिछले हफ्ते मंगलवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटों पर पाबंदी लगाने का फैसला किया था । सरकार के अनुसार इस फैसले से काले धन पर लगाम लगेगी। जैसे जैसे सरकार के फैसले को दिन बीतते जा रहे हैं, वैसे वैसे ही आम जनता की समस्याएं भी बढ़ती जा रही हैं, लेकिन इतना स्पष्ट है कि सरकार के इस फैसले के बाद अधिकांश सफेदपोशों में हलचल मची हुई है। सरकार भी अपनी ओर से तमाम प्रयासों में लगी हुई है कि किस प्रकार जनता की असुविधाएं काम की जाएं।