अनुज हनुमत,
गाज़ीपुर: भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से काले धन पर पीएम मोदी के किये गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद राजनीतिक पंडितों को पूरी उम्मीद है कि यूपी चुनाव में भाजपा को इसका जबरदस्त फायदा मिलेगा। यूपी के सियासी किले को फतह करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंचे। उन्होंने गंगा रेल पुल का शिलान्यास किया। इसके बाद यहां मोदी ने एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए कालाधन रखने वालों और भ्रष्टाचारियों को निशाने पर लिया।
सबसे खास बात यह देखने को मिली की पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान बीच-बीच में मोदी-मोदी के नारे भी लगते रहे। मोदी ने अपने पुराने अंदाज में लोगों से सवाल-जवाब के अंदाज में बात की। उन्होंने भोजपुरी से अपने भाषण की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दूसरी बार गाजीपुर के लोगों का आशीर्वाद मिला है। अगर 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में मदद नहीं करते तो न भ्रष्टाचार करने वाले और न ही कालाबाजारी करने वाले परेशान होते। पीएम मोदी ने कहा कि वोट की ताकत से गरीब चैन की नींद सो रहा है। कालेधन वाले नींद की गोलियां खरीद रहे हैं। उन्होंने तेज स्वर में कहा, ‘मैंने कहा था कि विकास करके आपका प्यार ब्याज समेत लौटाउंगा। मैं उत्तर प्रदेश से 9वां प्रधानमंत्री हूंं। पंडित जी के जन्मदिन पर गाजीपुर आया हूं। नेहरु के अधूरे काम पूरे करुंगा।’
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी किसानों को नहीं भूले। उन्होंने कहा, “हमने किसानों के लिए बीमा योजना लागू की। किसानों के नुकसान की भरपाई होगी और तय समय में विकास कार्य पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के जरिये जनता का काम कर रहा हूँ, बस आप सबका साथ चाहिए। लूट करने वालों का पैसा कागज बन जाएगा। धन जहां होना चाहिए वहां नहीं है। कोई बड़ा काम करने से तकलीफ जरूर होती है। ये काम मैं देश की भलाई के लिए कर रहा हूं, गरीबों की भलाई के लिए कर रहा हूं।”
पीएम मोदी ने अन्य सियासी दलों पर चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल बहुत परेशान हैं। उन्हें चिंता सता रही है कि अब क्या करें। ऐसी-ऐसी मालाएं लगती थी कि मुंडी भी नहीं दिखती थी। अभी तक एमपी से ऐसी खबरें सुनते थे कि बिस्तर के नीचे से 3-3 करोड़ रुपये निकल रहे हैं। ये किसका पैसा है। मेरे पास एक ही उपाय था कि एक साथ 500 और 1000 के नोटों को रद्दी में डाल दो। गरीब-अमीर क्या अब एक समान नहीं हो गए हैं? उन्होंने कहा कि आम लोगों को होने वाली परेशानियों की मुझे भरपूर पीड़ा है। मुझे रात-रात भर नींद नहीं आती है।
रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “कुछ लोगों को जरा ज्यादा तकलीफ हो रही है। ये लोग कुछ ही लोग हैं। खुद बोलते नहीं है। दूसरों के भड़काते हैं। कांग्रेस वालों से पूछना चाहता हूं, वो कहते हैं जनता को तकलीफ हो रही है। मैं तो जनता की तकलीफ महसूस करता हूं। उनकी मुश्किलें दूर करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा हूं।
कांग्रेस ने तो 19 महीने आपातकाल लगाकर इस देश को जेलखाना बना दिया था। लोगों को जेल में बंद कर दिया था। करोड़ों रुपये आपके नेताओं ने लोगों से ऐंंठे थे। आपके प्रधानमंत्री को देश और कानून ने नकार दिया था।
पीएम मोदी ने भाषण के दौरान जनता से पूछा कि जाली नोटों का खात्मा होना चाहिए कि नहीं? 500-1000 के नोट पर हमला ना बोलता तो जाली नोट खत्म हो सकते थे क्या? जब से ये किया है ये परेशान हैं, पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। अब लोगों को भड़का रहे हैं। शादी के नाम पर लोगों को भड़का रहे हैं कि आपका जमा पैसा लेकर मोदी भाग गया। माता-बहनों जब तक आपका भाई, लाडला जिंदा है, आपकी कड़ी मेहनत का पैसा एक भी सरकारी अफसर आंख नहीं लगा पाएगा।
उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ 50 दिन मांगे हैं और 18-18 घंटे बैंककर्मी काम कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपनी कुर्सी के लिए 19 महीने देश को जेलखाना बना दिया था। तो क्या अच्छे काम के लिए 50 दिन कष्ट नहीं झेला जा सकता।
तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इस पवित्र काम के लिए मुझे आशीर्वाद दीजिए। ईमानदारी का महायज्ञ मैंने शुरू किया है। आपका ये आशीर्वाद पूरा देश देख रहा है। तालियां बजाकर बताइए कि ये लड़ाई बेईमानों के खिलाफ है।
कुलमिलाकर पीएम नरेंद्र मोदी की इस रैली ने इतना तो स्पष्ट कर दिया कि बीजेपी यूपी के आने वाले विधानसभा चुनावों में कालेधन पर की गई इस सर्जिकल स्ट्राइक को ही मुख्य मुद्दा बनायेगी, क्योंकि मौजूदा समय में यही एक मुद्दा है, जिसके सामने तमाम सियासी दलों के गले सूख रहे हैं।