एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
जम्मू-कश्मीर में श्री माता वैष्णों देवी यूनिवर्सिटी के छठें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शामिल हुए, वहां सभा को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा, एक बच्ची के साथ जो कुछ भी प्रदेश में हुआ बेहद गलत था।
कोविंद ने कहा, बच्ची के साथ जो कुछ भी हुआ उसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। आजादी के 70 साल बाद भी अगर देश के किसी हिस्से में इस तरह की घटना होती है तो यह बेहद शर्मनाक है, उन्होंने कहा, हम कहां जा रहे हैं। कैसा समाज बना रहे हैं।
कोविंद ने कहा, कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की बेटियां अपना वर्चस्व लहरा रही है। आज दुनिया भारतीय बेटियों का लोहा मान रही है। लेकिन हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
10 जनवरी को कठुआ बकरवाल समुदाय के एक परिवार की आठ साल की बच्ची अचानक गायब हो गई थी। चार्जशीट के मुताबिक, आरोपियों ने घोड़े ढूंढने में मदद करने के बहाने लड़की को अगवा कर लिया था, बच्ची को देवीस्थान में बंधक बनाए रखा गया था, 17 जनवरी को झाड़ियों में बच्ची का शव पाया गया था। मेडिकल जांच में गैंगरेप की पुष्टी हुई है।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से 13 अप्रैल को जम्मू बार एसोसिएशन तथा कठुआ बार एसोसिएशन को आड़े हाथ लिये जाने के बाद अब सुनवाई सुचारू ढंग से चलने की उम्मीद है।
सांजी राम ने कथित रूप से विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजूरिया और सुरेंद्र वर्मा , मित्र प्रवेश कुमार उर्फ मन्नु, राम के भतीजे एक नाबालिग और उसके बेटे विशाल उर्फ ‘ शम्मा ’ के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया था।
आरोप पत्र में जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल तिलक राज और उपनिरीक्षक आनंद दत्ता को भी नामजद किया गया है। जिन्होंने राम से चार लाख रुपये कथित रूप से लेकर महत्वपूर्ण सबूत नष्ट किये थे, आठों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।