अमित द्विवेदी | Navpravah.com
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोच्चि में मेट्रो रेल का उद्घाटन किया। जिसके बाद पीएम मोदी ने पलारिवट्टम स्टेशन से पथादिपल्लम के बीच मेट्रो का सफर भी किया। उद्घाटन समारोह में ई. श्रीधरन भी मौजूद थे। हालाँकि पहली लिस्ट में श्रीधरन का नाम न होने की वजह से केरल राज्य सरकार ने हंगामा भी किया था और इस सन्दर्भ में पीएमओ को पत्र भी लिखा था। कोच्चि की मेट्रो रेल सेवा आम जनमानस के लिए अगस्त महीने से शुरू की जाएगी।
कोच्चि मेट्रो रेल का काम 2012 में शुरू हुआ था। तत्कालीन चांडी सरकार ने इसका जिम्मा दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) को सौंपा था। डीएमआरसी के प्रिंसिपल एडवाइजर ई. श्रीधरन ने ही इस प्रोजेक्ट का इंस्पेक्शन किया था। 25 किलोमीटर के पहले चरण में यह ट्रेन पलारिवट्टोम और अलुवा के बीच 13 किलोमीटर के रूट पर ही चलेगी। बाकी सेक्शन्स पर अभी काम हो रहा है। बिजली की बचत के मद्देनज़र कोच्चि मेट्रो के सभी स्टेशनों पर रूफ टॉप सोलर पैनल लगवाए जा रहे हैं।
मेट्रो अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक़ मेट्रो के ऑपरेशन में जेंडर बैलेंस का खास ख्याल रखा गया है। इसके लिए केएमआरएल ने राज्य सरकार के सेल्फ हेल्प ग्रुप कुदुम्बश्री के साथ मिलकर कई महिलाओं को भी तैनात किया है। साथ ही केएमआरएल ने कस्टमर ऑपरेशन सर्विस और ग्राउंड स्टाफ में 23 ट्रांसजेंडर को भी लगाया है। मेट्रो से यात्रा करने के लिए यात्रियों को न्यूनतम 10 रूपए और अधिकतम(13 किमी.) 40 रूपए निर्धारित किया गया है।
पहले फेज के 11 स्टेशंस के नाम-
अलुवा, पुलिनचोडू, कम्पनीपेडी, अम्बातुकावु, मुट्टम, कलामसेरी, कोचिन यूनिवर्सिटी, पथादिपल्लम, इदापल्ली, चंगमपुझा पार्क और पलारिवट्टम।
मेट्रो से जुड़े हुए कुछ अहम् बिंदु-
यह देश की पहली मेट्रो है, जो टियर-2 सिटी के लिए शुरू की गई है।
इस प्रोजेक्ट पर करीब 6000 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
यह कुल 26 किलोमीटर के रूट पर चलेगी। इस दूरी के बीच 22 स्टेशन होंगे।