आनंद रूप द्विवेदी | Navpravah.com
“आए ठहरे और रवाना हो गए,
ज़िन्दगी क्या है, सफ़र की बात है !”
-हैदर अली जाफ़री
वैसे तो सभी इस दुनिया में मुसाफिर की तरह ही आते हैं, लेकिन कुछ इंसान ऐसे भी होते हैं, जो इस संसार को सिर्फ चन्द रोज की सराय नहीं बल्कि किसी ख़ास मकसद के लिए बनाई गई मानते हैं.
इलाहाबाद अलोपी बाग़ के रहने वाले पंकज रिजवानी एक ऐसा ही नाम है जिसे दूसरों का दर्द अपना लगता है. कोई मुसीबत में हो तो पंकज हर सम्भव प्रयास कर उसे परेशानी से बाहर निकालते हैं. किसी बच्चे को कैंसर जैसी भयावह बीमारी हो, तो पंकज रिजवानी उसकी सेवा में कोई कसर नहीं रख छोड़ते.
पंकज ने हमसे बताया कि वो यह काम पिछले 12 वर्षों से कर रहे हैं. हर पन्द्रहवें दिन कमला नेहरु कैंसर हॉस्पिटल में पंकज आपको दिख जायेंगे, जहां वो कैसर पीड़ित बच्चों के खाने, कपड़े, चप्पल आदि का इंतज़ाम करते हैं. यही नहीं वो जरूरत मंदों को खून भी मुहैया कराते हैं. कौशाम्बी निवासी श्रवण कुमार की साल भर की बेटी श्रृंखला कैंसर से पीड़ित है जिसे तत्काल खून की जरूरत थी. पंकज तक बात पहुंची तो उन्होंने फौरन खून का इतजाम किया.
एक सड़क हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए तो पंकज रिजवानी ने तत्काल उन्हें नाज़रेथ हॉस्पिटल में एडमिट करवाया और सेवा की. उनके सेवा भाव को देख नाजरेथ हॉस्पिटल के निदेशक फादर रेगिनाल्ड डिसूजा ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
सड़क पर भूखे गरीब बच्चों, बूढों के देख फौरन उनकी मदद को दौड़ पड़ने वाले पंकज की इस दरियादिली से शहर और प्रदेश के सभी लोग परिचित हैं. पंकज हमारे समाज में इंसानियत की एक ऐसी मिसाल हैं जिनसे दुनिया चलती है.
दूसरों की मदद को सदैव तत्पर विशाल हृदय वाले पंकज रिजवानी कहते है, “मेरा यह संकल्प है कि हमेशा असहाय व् बच्चों की सेवा करता रहूँ.” पंकज अपने कार्यों से पूरे समाज को प्रेरित करते हैं.
पेशे से व्यापारी पंकज के पिता सेवकराम ने भी ताउम्र परोपकार किये जिनकी छाप, संस्कार उनके बेटे में भी स्पष्टतया देखने को मिलती है.
जब पंकज की इस दरियादिली के चर्चे पूर्व विधायक सत्यवीर मुन्ना के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंची तो स्वयं अखिलेश यादव ने उन्हें लखनऊ में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इसके साथ ही पंकज रिजवानी को डीएम संजय कुमार (IAS), आईजी के.एस प्रताप कुमार (IPS), डीआइजी विजय यादव (IPS), डीआइजी के.एस.इमैनुअल (IPS), एसएसपी जोगेंद्र कुमार (IPS), एसएसपी शलभ माथुर (IPS), एसपी सिटी राजेश यादव, एसपी ट्रैफिक इलाहाबाद निहारिका शर्मा जैसे शीर्ष पुलिस अधिकारीयों द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया गया है.
कमला नेहरु मेमोरियल हॉस्पिटल इलाहाबाद, क्षेत्रीय कैंसर संस्थान के अतिरिक्त निदेशक व मुख्य कैंसर विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. बी. पॉल. थलियाथ ने भी पंकज के कामों की तारीफ करते हुए उन्हें सम्मानित किया है.
टीम नवप्रवाह से बात करते समय भी पंकज बेहद संजीदगी से कहते रहे कि मुझे अपने कामों का ढोल पीटने का कोई शौक नहीं है, बल्कि मैं तो केवल ये चाहता हूँ कि अगर मैंने कुछ अच्छे काम किये हैं तो इनसे समाज में अन्य लोगों को भी कुछ सीख मिले ताकि वो भी इंसानियत का फ़र्ज़ समझ असहाय लोगों की मदद करें.
पंकज रिजवानी के परोपकारिता के इस जज़्बे, हिम्मत और लगन को टीम नवप्रवाह.कॉम का सलाम !