नई दिल्ली. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को कोण नहीं जानता है. आम आदमी पार्टी से दिल्ली के डिप्टी सीएम के पद पर रहे है. केजरीवाल सरकार के एक स्तम्भ माने जाते है. अब उनके OSD को CBI ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. ये घटना तब हुई जब कल दिल्ली में मतदान होना है.ऐसे में ऐसी घटना आम पार्टी की मुश्किलें और बड़ा दी है.
सीबीआई ने गोपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा. वो दिल्ली के डिप्टी सीएम का OSD है. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गोपाल कृष्ण माधव नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. ये शख्स दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का OSD बताया जा रहा है. सीबीआई ने गोपाल को एक टैक्स के मामले को निपटाने के लिए 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है.
जब वह जीएसटी के एक मामले में 2 लाख रुपये से ज्यादा रिश्वत ले रहे थे. तभी गिरफ्तार किया गया. माधव को गिरफ्तार करने के तुरंत बाद सीबीआई हेडक्वॉर्टर ले जाया गया, जहां अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं.
अब डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है, जांच जारी है. अधिकारियों ने बताया कि माधव 2015 में सिसोदिया के ऑफिस में तैनात थे.
सीबीआई ने यह गिरफ्तारी ऐसे समय में की है जब एक दिन बाद दिल्ली चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. दिल्ली चुनाव के लिए आज प्रचार का आखिरी दिन था. अब जनता 8 फरवरी को अपना सीएम चुनने के लिए मतदान करेगी.
ऐसे में चुनाव प्रचार से ठीक पहले गुरुवार को अखबार के साथ दिल्लीवालों को एक ऐसे पर्चे भी मिले जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुसलमानों का मसीहा बताया गया और उन्हें जालीदार टोपी पहने दिखाया गया.
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने सीएम योगी को 1 फरवरी को दिल्ली के करावल नगर में दिए उनके विवादित भाषण को लेकर नोटिस भेजा है. इस पर चुनाव आयोग ने 7 फरवरी शाम 5 बजे तक जवाब मांगा है.
चुनाव आयोग ने कहा, प्रथम दृष्टया इस तरह की टिप्पणी कर बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने 8 फरवरी के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए लागू आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया. योगी आदित्यनाथ ने यह टिप्पणी 1 फरवरी को दिल्ली में एक भाषण के दौरान की थी.
एक जनसभा के दौरान सीएम योगी ने कहा, आज आतंकवादियों को बिरयानी नहीं खिलाई जा रही है. बिरयानी खिलाने का शौक या तो कश्मीर के अंदर कांग्रेस को था या फिर बिरयानी खिलाने का शौक शाहीन बाग जैसी घटनाओं में केजरीवाल को है. इस बात का जबाब चुनाव आयोग ने मांगा है.