एनपी न्यूज़ डेस्क । Navpravah.com
केरल और तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में भीषण तूफान ‘ओखी’ के आने के बाद भारतीय नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बल का संयुक्त अभियान आज भी जारी रहा।
तिरुवनंतपुरम की जिला कलेक्टर एस. वासुकी ने मीडिया को बताया कि यहां के 102 मछुआरों के घर लौटने का इंतजार है, लेकिन इन्हें ‘लापता’ नहीं कहा जा सकता। उन लोगों को अभी घर पहुंचना है या वे यहां अपने रिश्तेदारों से संपर्क करने में सक्षम नहीं हैं।
वासुकी ने कहा, “तलाशी अभियान अब अलप्पुझा क्षेत्र में किए जाएंगे, क्योंकि नौकाओं की ईधन खत्म हो गई है। वे हवा की दिशा के अनुसार, पानी में बहती जाएंगी, इसलिए अलप्पुझा में तलाशी अभियान पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।”
अपने गांव के दर्जनों मछुआरों का पता नहीं लगने से पून्थुरा के गुस्साए मछुआरों ने राजधानी के पास के एक तटीय गांव में यातायात को रोक दिया है। मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने के संबंध में कड़े निर्देश दिए गए हैं।
एक मछुआरें की पत्नी ने कहा, “पिछले तीन दिनों से पति गेराल्ड से कोई संपर्क नहीं हुआ है। हमें किसी से कोई सूचना नहीं मिली है।” लापता लोगों के परिवारजनों ने अपने प्रियजनों की तस्वीरें मीडिया को दिखानी शुरू कर दी है, ताकि उन्हें कोई सूचना मिल सके।