शिखा पाण्डेय|Navpravah.com
भारती एयरटेल व टाटा ग्रुप के बीच एक बड़ी डील सैन हुई है। खबर है कि भारती एयरटेल टाटा ग्रुप के कंज्यूमर मोबाइल बिजनेस को खरीदेगा। दोनों कंपनियों ने गुरुवार को इस डील का ऐलान किया। यह एक ऐसी डील होगी, जिसके माध्यम से भारत की सबसे बड़ी वायरलेस कंपनी को ‘मुफ्त’ में ही बड़ा सब्सक्राइबर बेस मिलेगा।
भारती एयरटेल और टाटा ग्रुप ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा कि यह ट्रांजैक्शन कर्ज मुक्त और नकदी मुक्त होगा, हालांकि टाटा की स्पेक्ट्रम देनदारियों के छोटे से हिस्से को भारती एयरटेल अपने ऊपर लेगी। इस डील के तहत टाटा के 19 सर्विस एरियाज़ में स्थित मोबाइल कस्टमर भारती एयरटेल से जुड़ जाएंगे। साथ ही टाटा की एयरवेव्स यानी स्पेक्ट्रम भी भारती को मिल जाएंगी।
दोनों कंपनियों ने जॉइंट स्टेटमेंट में ऐलान किया, “टाटा और भारती एयरटेल मिलकर सहयोग के दूसरे क्षेत्रों को भी खंगालेगी।” स्टेटमेंट में यह भी कहा गया कि टाटा शुरुआती चरण में अपने एंटरप्राइज बिजनेस को टाटा कम्युनिकेशंस के साथ मिलाने और अपने रिटेल फिक्स्ड लाइन व ब्रॉडबैंड बिजनेस को सैटेलाइट टीवी आर्म टाटा स्काई के साथ मिलाने पर भी विचार कर रहा है। बयान के मुताबिक टाटा, टावर कंपनी व्योम में अपनी हिस्सेदारी को बरकरार रखेगी और उससे जुड़ी देनदारियों का बोझ उठाएगी।
उल्लेखनीय है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के टेलिकॉम वेंचर रिलायंस जियो इन्फोकॉम वेंचर की एंट्री के बाद से भारत का टेलिकॉम सेक्टर कंसॉलिडेशन के दौर से गुजर रहा है।मुंकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस जियो ने भारतीय बाजार में प्राइस वार छेड़ दिया है और कई महीनों से कंपनियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा छिड़ी हुई है। टेलिकॉम कंपनियों के प्रॉफिट लगातार घट रहे हैं और महंगे स्पेक्ट्रम खरीदने के कारण कर्ज का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।टाटा टेलीसर्विसेज और उसकी यूनिट टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) के 4 करोड़ सब्सक्राइबर हैं और कंपनी भारत के टेलिकॉम मार्केट की 9वें नंबर की कंपनी है।