सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
निर्भया गैंगरेप और हत्याकांड में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया। फैसले में देश की बेटी को इंसाफ मिला और सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों की फांसी की सजा बरकरार रखा। फैसले के बाद से एक तरफ पूरा देश जहां खुश है वहीं यूपी के बस्ती में सन्नाटा छाया हुआ है। बस्ती वही जगह है जहां निर्भया गैंगरेप दोषी पवन गुप्ता का गांव है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद दोषी पवन गुप्ता की बहन का बयान आया है। पवन गुप्ता की बहन ने कहा कि एक गलती तो हर कोई माफ करता है। पवन को एक और मौका मिलना चाहिए। वहीं दादी मुराती देवी ने अपील करते हुए कहा कि फांसी की सजा को माफ कर दिया जाए। उनके पोते को कुछ साल जेल में रख कर छोड़ दिया जाए नहीं तो उसकी मां और बाप मर जाएंगे।
वहीं, गांव वालों का कहना है कि पवन जब गांव में रहता था, वो बहुत अच्छा लड़का था। लेकिन दिल्ली जाने के बाद गलत संगत की वजह से बिगड़ गया। ग्रामीणों का कहना है कि पवन की फांसी की सजा माफ करके उम्रकैद की सजा देनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 की रात चलती बस में घटी सामूहिक दुष्कर्म की घटना के सभी चार दोषियों की फांसी की सजा शुक्रवार को बरकरार रखी और इसे जघन्यतम श्रेणी का मामला करार दिया।
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति आर. भानुमति की तीन सदस्यीय पीठ ने कहा, ‘जिस तरह के मामले में फांसी आवश्यक होती है, ये मामला बिल्कुल वैसा ही है।