प्रमुख संवाददाता,
विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक द्वारा केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोपों पर सूचना व प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने पलटवार करते हुए कहा है कि पीस टीवी को कभी प्रसारण की अनुमति मिली ही नहीं। पीस टीवी को नियमों को पूरा न करने के कारण बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि ज़ाकिर नाईक के भाषण सचमुच आपत्तिजनक हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वेंकैया नायडू ने कहा, “यह आरोप पूरी तरह गलत है कि पीस टीवी को इस्लामिक होने की वजह से प्रसारण का अधिकार नहीं दिया गया है। भारत में कभी भेदभाव नहीं होता।” एक सवाल के जवाब में उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को हमारी सरकार पर अंगुली उठाने का कोई अधिकार नहीं है।
दूसरी ओर शिवसेना सांसद अरविन्द सावंत ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर भी प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है। ज़ाकिर के मुंबई के डोंगरी इलाके में स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन कार्यालय के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
गौरतलब है कि ढाका में हुए आतंकवादी हमले के बाद एक आतंकी के ज़ाकिर नाईक से प्रेरित होने की खबरें आई थीं। उसके बाद उचित जांच पड़ताल के बाद भारत तथा बांग्लादेश में ‘पीस टीवी’ पर बॅन लगा दिया गया। इसके विरोध में जाकिर ने सऊदी अरब से स्काइप के जरिये आज मुंबई के माज़गाँव इलाके के एक छोटे से हॉल में प्रेस कांफ्रेंस की। इसमें जाकिर ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए। साथ ही कहा कि अभी तक उससे पुलिस ने कोई संपर्क नहीं किया है।