शिखा पाण्डेय,
दुनिया भर में जिस मुस्लिम धर्म प्रचारक ज़ाकिर नाईक को आतंकवादी भावनाएं भड़काने का ज़िम्मेदार माना जा रहा है, उसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शांति दूत करार दिया है। दिग्विजय ने आज कहा,” ज़ाकिर इस्लाम के सही अर्थ और उद्देश्य का प्रचार कर रहे हैं। भाजपा इस्लाम को आतंकवाद से जोड़कर पेश कर रही है।”
सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि यदि नाईक भड़काऊ उपदेश देने के आरोपी हैं तो साक्षी महाराज, योगी आदित्यनाथ, साध्वी प्राची जैसे भाजपा नेताओं पर भावनाएं भड़काने को लेकर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है?
सिंह ने कहा, “मुझे 2012 में शांति सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था, जहां मैंने डॉ. नाईक के साथ मंच साझा किया था। उनका पूरा भाषण सांप्रदायिक सद्भाव और आतंकवाद के खिलाफ था। उन्होंने हमेशा शांति का संदेश दिया है।” पंढरपुर के विट्ठल मंदिर से लौट रहे सिंह ने नई दिल्ली रवाना होने से पहले यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “लोगों में इस्लाम के सही अर्थ और उद्देश्य का प्रचार कर डॉ. नाईक शांति के दूत के रुप में काम कर रहे हैं और भाजपा जान बूझकर इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ रही है।”
कांग्रेस महासचिव ने पूछा, “यदि नाईक इतने ही खतरनाक हैं, तो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जो कभी खुफिया ब्यूरो के निदेशक थे, नाईक के भाषणों के बारे में क्यों नहीं जानते?” उन्होंने सवाल किया कि यदि वह इतने खतरनाक हैं और उनके भाषण उत्तेजक हैं, जो आतंकवादियों को उकसा रहे हैं, तो पिछले दो सालों में राज्य में भाजपा सरकार ने उनके खिलाफ कोई मामला क्यों नहीं दर्ज किया, जबकि उनके सभी भाषण यू-ट्यूब पर उपलब्ध हैं?
गौरतलब है कि इस्लाम के प्रचार के लिए ‘पीस टीवी नेटवर्क’ चलाने वाले मुंबई के टीवी उपदेशक नाईक के भाषणों की जांच चल रही है, क्योंकि ढाका हमले में मारे गए एक आतंकवादी के ज़ाकिर के भाषणों से प्रभावित होने का खुलासा हुआ था।