नई दिल्ली. दिल्ली चुनाव में मुस्लिम महिलाओं ने भारी मात्रा में मतदान किया है. और उनका वोट एकतरफा गया है. मुस्लिम मतदाताओं की वोट से आम पार्टी को बहुत ही फायदा होगा. लेकिन बीजेपी को इससे काफी बड़ा झटका लगेगा.
एग्जिट पोल के आंकड़े अगर सही हुए, तो बीजेपी के लिए दिल्ली के साथ-साथ इस साल के अंत में होने वाले बिहार चुनाव के लिए भी यह अच्छी खबर नहीं होगी. क्योंकि इसका सीधा मतलब ये होगा कि सहयोगियों के सामने बीजेपी की पावर कम होगी.
एग्जिट पोल के मुताबिक 60 फीसदी पंजाबी वोट AAP कोजाट समुदाय का 57 फीसदी वोट शेयर बीजेपी के पक्ष में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के खत्म होने के बाद आए एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को भारी बहुमत मिलता दिख रहा है. आजतक ऐक्सिस माए इंडिया के एग्जिट पोल के नतीजे बताते हैं कि दिल्ली में झाड़ू के आलावा कुछ और नहीं चला. दिल्ली में न तो बीजेपी का आक्रामक प्रचार काम आया और न ही कांग्रेस की दलीलें. दिल्ली की जनता एक बार फिर से केजरीवाल पर विश्वास करती दिख रही है.
दिल्ली में करीब 35 प्रतिशत पूर्वांचली मतदाता हैं जो कुल 27 सीटों पर सीधा असर डालते हैं. पिछले कई साल में दिल्ली की आबादी में पूर्वांचलियों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है. लिहाजा इनके वोट का महत्व भी बढ़ा है. एग्जिट पोल के अनुसार 55 फीसदी पूर्वांचलियों ने केजरीवाल को वोट दिया और 36 प्रतिशत ने बीजेपी पर भरोसा जताया.
आजतक के एग्जिट पोल के मुताबिक आम आदमी पार्टी को पंजाबी समुदाय का सबसे ज्यादा समर्थन मिला. पोल के मुताबिक AAP को पंजाबी समुदाय के 60 फीसदी लोगों का वोट मिला. वहीं बीजेपी गठबंधन को 31 फीसदी, कांग्रेस को 4 फीसदी और अन्य के खाते में 5 फीसदी पंजाबी वोट शेयर गया.
दिल्ली में कई सीटों पर प्रभाव रखने वाले जाट वोट भी बीजेपी के साथ दिखाई दिए. आजतक के सर्वे के मुताबिक जाट समुदाय के 57 फीसदी लोगों ने बीजेपी को वोट देने की बात कही, वहीं 36 फीसदी ने AAP का समर्थन किया. इसके अलावा 4 फीसदी ने कांग्रेस को और 3 फीसदी जाट वोटरों ने अन्य उम्मीदवारों पर भरोसा दिखाया.
पोल के मुताबिक दिल्ली के 54 फीसदी ओबीसी वोटर्स ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया. वहीं, बीजेपी के खाते में 38 फीसदी, कांग्रेस के खाते में 5 फीसदी और अन्य के खाते में 3 फीसदी ओबीसी वोट शेयर आए. इसके अलावा मुस्लिमों ने भी अरविंद केजरीवाल पर भरोसा जताया है. एग्जिट पोल के मुताबिक दिल्ली के 69 फीसदी मुसलमानों ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया, वहीं 15 फीसदी कांग्रेस को, 9 फीसदी बीजेपी और 7 फीसदी अन्य उम्मीदवारों को वोट मिला.
वाल्मीकि समाज और एससी वर्ग के लोगों ने भी जमकर आम आदमी पार्टी के समर्थन में झाड़ू पर बटन दबाया. पोल के मुताबिक वाल्मीकि समाज के 67 फीसदी लोगों ने आम आदमी पार्टी को वोट देने की बात कही. वहीं, इस समाज के 18 फीसदी लोगों ने बीजेपी, 9 फीसदी लोगों ने कांग्रेस को और 6 फीसदी लोगों ने अन्य को वोट दिया. वाल्मीकि समाज के साथ ही एससी वर्ग के 65 फीसदी लोगों ने AAP को समर्थन किया. वहीं, 24 फीसदी ने बीजेपी को, 5 फीसदी कांग्रेस को और 6 फीसदी वोट शेयर अन्य के खाते में गया.