इंद्रकुमार विश्वकर्मा । Navpravah.Com
स्वामी विवेकानंद जयंती के निमित्त ‘राष्ट्रीय युवा दिन-१२ जनवरी ‘ के अवसर पर रविवार, ८ जनवरी को विवेकानंद के विचार नवयुवकों तक पहुँचाने के उद्देश्य से ‘विवेकानंद यूथ कनेक्ट’ संस्था की ओर से ‘विवेकानंद यूथ कनेक्ट रन’ का आयोजन मुम्बई के जुहू चौपाटी में किया गया। संस्था के संस्थापक डॉ.राजेश सर्वज्ञ ने संस्था के उद्देश्य की जानकारी दी। इस अवसर पर हजारों की संख्या में विद्यार्थियों, युवक-युवतियों, महिलाओं व पुरुषों ने दौड़ में भाग लिया। विभिन्न समाजसेवी संस्थओं ने भी इस कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थीं।
मुम्बई के समुद्री किनारे से स्वामी विवेकानंद का विशेष संबंध था। ‘विवेकानंद यूथ कनेक्ट रन’ जुहू चौपाटी के किनारे से ठीक सुबह ७ बजे शुरू हुआ। इसमें १२ किमी, ५ किमी और २ किमी दौड़ का समावेश किया गया था, जिसमें हजारों युवकों और युवतियों के साथ ही वरिष्ठ महिलाओं और पुरूषों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मुम्बई विद्यापीठ व एसएनडीटी के करीब ८ हज़ार विद्यार्थियों ने इसमें हिस्सा लिया।
‘विवेकानंद यूथ कनेक्ट’ संस्था के संस्थापक डॉ. राजेश सर्वज्ञ ने संस्था के उद्देश्य की जानकारी देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपना सम्पूर्ण जीवन एक सच्चे साधक, योगी के रूप में व्यतीत किया। सम्पूर्ण संसार में शांति व समभाव लाना ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य था। उन्हें युवाओं की शक्ति पर पूरा विश्वास था। इसी विश्वास के बल पर उन्होंने सम्पूर्ण विश्व को बदलने की बात की थी। उनके आचार-विचार और उनके जीवन से युवाओं को सीख लेनी चाहिए। इस मैराथन का उद्देश्य युवाओं को स्वामी विवेकानंद के इन्हीं गुणों से अवगत करना है और उन्हें एक नई दिशा प्रदान करनी है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी व समाजसेवी अमृता फडणवीस इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने नवयुवकों से स्वामी विवेकानंद के जीवनपथ पर चलने का आग्रह किया व प्रतियोगियों का उत्साह वर्धन किया।
पेपर कटिंग आर्ट कलाकार ऋषिकेश पोतदार ने स्वामी विवेकानंद व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का चित्र बनाकर सबको अचंभित कर दिया। अमृता फडणवीस ने ऋषिकेश की सराहना करते हुए उनका सम्मान किया। इस अवसर पर तीन युवतियों द्वारा शानदार ज़ुम्बा डांस भी प्रस्तुत किया गया, जिस पर सभी लोग झूम उठे।
भरत विश्वकर्मा ने इस कार्यक्रम में मुख्य समन्वयक की भूमिका निभाते हुए कार्यक्रम के आयोजन से लेकर अतिथियों के स्वागत व विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह तक पूर्ण सहयोग किया और मंच पर कार्यक्रम के सञ्चालन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दौड़ के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर १२ कोच भी अपने उल्लेखनीय कार्य के लिए संस्था द्वारा सम्मानित किए गए।