एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पुणे के भीमा-कोरेगांव लड़ाई की सालगिरह पर हुई हिंसा से पूरे महाराष्ट्र में तनाव का माहौल है। पुणे हिंसा की आग धीरे-धीरे मुंबई की ओर भी बढ़ रही है। हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं, इसके बावजूद भी पूरे राज्य में हालात नहीं सुधारते दिख रहे हैं। वहीं राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि आरएसएस और बीजेपी दलितों को समाज में सबसे नीचे पायदान पर रखना चाहती है। ऊना, रोहित वेमुला और भीमा कोडेगांव की हिंसा दलितों के प्रतिरोध के प्रबल उदाहरण हैं।
हिंसा पर प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि इस हिंसा के पीछे हिंदू संस्था के मिलिंद एकबोते ओर सांभाजी भिंडे का हाथ है। हम स्पॉट पर थे और हमें पता है कि इसके पीछे किसका हाथ है। हमने सरकार को नाम दे दिया है, अब उनका काम है कि कार्रवाई करें। प्रकाश अंबेडकर ने आगे कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो हम आंदोलन करेंगे। हमने ऊना की वारदात सही, कब तक ऐसे और सहते रहेंगे? अगर हमने भीड़ को कंट्रोल नहीं किया होता तो कम से कम 500 हिंदू संस्था के लोगों की लाश होती। अगर बंद का आह्रवान नहीं किया होता आग और भड़कती। प्रकाश अंबेडकर ने दावा किया कि बुधवार का बंद शांतिपूर्ण होगा।
हिंसा के बाद बहुजन महासंघ के नेता और डॉ बीआर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने बुधवार को महाराष्ट्र बंद का आह्रवान किया। इसपर मुंबई पुलिस के पीआरओ सचिन पाटिल ने कहा, ”महत्वपूर्ण जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की हुई तैनाती, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है मुंबई पुलिस।” वहीं ईस्टर्न हाइवे जाम को लेकर मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी जारी की है, साकी विहार और एलबीएस रोड से लोगों को जाने कि सलाह दी गई है।
हजार से ज्यादा विरोध कर रहे लोगों ने ईस्टर्न हाइवे पर रामाबाई नगर जंक्शन के पास जाम लगाया है। हिंसा की वारदात को रोकने के लिए मौके पर पुलिसबल तैनात है। वहीं मुंबई के विभिन्न इलाकों से हिंसा फैलाने के आरोप में पुलिस ने 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया। इस हिंसा से राज्य परिवहन की बसों को काफी नुकसान पंहुचा है। हिंसा में MSRTC की 134 बसों को नुक्सान पहुचाया गया। साथ ही हार्बर लाइन में कुर्ला और मानखुर्द के बीच स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। जबकि सेंट्रल रेलवे लाइन कि स्थिती सामान्य बताई जा रही है। हिंसा के बाद अलग-अलग जगह जाम और प्रोटेस्ट से बचने के लिए ऑफिस भी जल्द बंद हो गए हैं। लोग जल्द ही घर लौट रहे हैं. घाटकोपर में आरपीआई कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के कारण कई जगह दुकानें बंद हो गई हैं।
हिंसा के बाद लगातार सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह के पोस्ट आ रहे हैं, मुंबई पुलिस ने इन पोस्ट से बचने की चेतावनी दी है। मुंबई पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि किसी भी तरह की अफवाह का शिकार नहीं हों, जिन इलाकों में जाम लगा था वहां अभी सब कुछ सही हैं।