शिखा पाण्डेय,
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जियो सेवा को लेकर निवेशकों की सभी तरह की आशंकाओं को दूर कर दिया है। बिजनेस न्यूजपेपर इकनॉमिक टाइम्स को दिए अपने इंटरव्यू में मुकेश ने कहा कि जियो की फ्री वॉइस कॉल सेवा और सस्ते डेटा दाम के बावजूद 2.5 लाख करोड़ के इस निवेश को नुकसान नहीं, बल्की ‘हेल्दी रिटर्न’ हासिल होगा।
अपने इस इंटरव्यू में निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए मुकेश ने कहा, ” मुझपर विश्वास कीजिये। हम पैसा गंवाने नहीं जा रहे हैं। हम अपनी पूंजी पर उच्च लाभ हासिल करने की तरफ जा रहे हैं, जो हमारी पूंजी का 18-19 फीसदी होगा।”
‘जिओ’ सेवा से पूरे देश में तहलका मचाने वाले मुकेश अम्बानी ने कहा कि रिलायंस जियो इंफोकॉम महज एक टेलिकॉम ऑपरेटर नहीं, बल्कि इंटरनेट कंपनी है और यह’ इंटरनेट ऑफ थिंग्स’, ‘वर्चुअल रियलिटी’ और ‘ड्राइवरलेस कार्स’ सहित इनोवेशन की लहर पैदा करेगी।
इस दौरान मुकेश ने सेल्युलर ऑपरेटर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) की कार्यप्रणाली की भी आलोचना की। उन्होंने देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली इस लॉबी के लोकतांत्रिकरण पर बल दिया। उन्होंने संगठनात्मक कार्यप्रणाली का हवाला देते हुए कहा,” असोसिएशन में वोटिंग का अधिकार ऑपरेटर्स के रेवेन्यू पर निर्भर करता है। हमारे पास जीरो रेवेन्यू था इसलिए हमें यह अधिकार नहीं मिला। COAI दरअसल, एक या दो ऑपरेटर्स का नजरिया है, न कि पूरी इंडस्ट्री का।”
मुकेश ने अखबारों में जियो के विज्ञापनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छापे जाने पर हो रही आलोचना के विषय में कहा, “जैसे वह आपके प्रधानमंत्री हैं, वैसे ही हमारे भी हैं। इसमें कोई राजनीति नहीं है। इसे अगर हमने उन्हें समर्पित नहीं किया होता, तब यह एक तरह से अनुचित बात होती क्योंकि इस विजन के लिए वे सबसे अधिक श्रेय के हक़दार हैं।”
मुकेश ने छोटे भाई अनिल अंबानी के साथ अपने संबंधों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भाई के साथ उनके संबंध मैत्रीपूर्ण हैं लेकिन दोनों के कार्य की दिशा अलग अलग है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर ‘जियो’ अनिल अंबानी की ‘रिलायंस कम्युनिकेशनंस’ के साथ वैसे ही मिलकर काम करेगा जैसा उसने बाकी ऑपरेटर के साथ किया है।










