जांच का यह निर्णय मंगलवार को ही मेवात में हरियाणा गोसेवा आयोग के अध्यक्ष भानीराम मंगला और काउ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स की इंचार्ज और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी भारती अरोड़ा ने लिए थे। उसी दिन पुलिस ने सैंपल उठा लिए थे।
हरियाणा गोसेवा आयोग के अध्यक्ष भानीराम मंगला ने बताया , “अब तक सात सैंपल लिए गए हैं। यह कार्रवाई कई बार मिली शिकायत के आधार पार्किंग गई है। कई बार यह शिकायत मिली है कि मेवात में बिकने वाली बिरयानी में गोमांस मिलाया जा रहा है। इसी वजह से सैंपल जांच के लिए भेजे गए।”
सैंपल हिसार की एक लैब में भेजे गए हैं, पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर विक्रेताओं पर कार्रवाई होगी। आपको बता दें कि गोसंरक्षण के नए कानून के तहत गोमांस बेचने, खाने और रखने पर तीन से सात साल तक की सजा हो सकती है।
आपको यह बता दें कि मेवात गोहत्या को लेकर सबसे ज्यादा बदनाम रहा है। वहां के मुस्लिम सबसे ज़्यादा गोपालन करते हैं। वहां अक्सर गोतस्करों और गोरक्षकों में भिडंत होती रहती है। पिछले दिनों गुड़गांव के पास कुछ गोतस्करों को पकड़कर उन्हें जबरन गोबर खिलाने का सनसनीखेज मामला भी सामने आया था।