ब्यूरो,
केंद्र सरकार के दूसरी वर्षगांठ के मौके पर आज प्रधानमंत्री ने सहारनपुर में महारैली को संबोधित करते हुए दो साल के रिपोर्ट कार्ड में अपनी उपलब्धियां गिनवाईं। मोदी सरकार अपने दो साल के कामकाज के ब्यौरे के साथ-साथ मिशन 2017 पर भी पैनी नजर रखे हुए है।
सहारनपुर में एक महारैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं उत्तर प्रदेश वाला हूँ। यहाँ का सांसद हूँ। मैं आप सभी का आशीर्वाद चाहता हूँ। मैं जो जन सैलाब देख रहा हूँ, उससे अत्यंत गदगद हूँ। मैं आपसे क्षमा चाहता हूँ कि जगह कम पड़ गई।”
मोदी बोले,” मैं प्रधानसेवक के रूप में आप सभी की सेवा करता रहा हूँ। दो वर्ष पूर्व इसी वक्त मैं शपथ ले रहा था और आज आपके सामने अपने कामों का हिसाब देने आया हूँ। दो वर्ष में देश ने हमारे काम को देखा है। संसद में जब सांसदों ने मुझे नेता के रूप में चुना था, तो मैंने अपने पहले भाषण में कहा था कि मेरी सरकार गरीबों के प्रति समर्पित है। कोई गरीब मां – बाप नहीं चाहता कि उनके बच्चों को विरासत में गरीबी मिले।
प्रधानमंत्री ने राज्यों की चर्चा करते हुए कहा,” हमारी कोशिश रही है कि हम राज्यों को मजबूत बनाएँ। राज्य सरकारें भी जनता के लिए काम करें। पहले एक जमाना था, जब दिल्ली सरकार के पास भारत का 65 प्रतिशत धन होता था। राज्यों के खजाने में सिर्फ 35 प्रतिशत होता था। हमने सबसे बड़ा निर्णय किया। अब दिल्ली के खजाने में सिर्फ 35 प्रतिशत हिस्सा रहेगा और 65 प्रतिशत राज्यों के खजाने में रहेगा। इस निर्णय से राज्यों को ताकत मिली।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायत और नगर निगम की मदद की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमने सीधे तौर पर नगर निगम और ग्राम पंचायत को धन उपलब्ध कराया ताकि अच्छी बिजली, अच्छी सड़क और अच्छे स्कूल बन सकें। हमारी कोशिश थी कि इन कोशिशों से बदलाव आए।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश बदल रहा है, लेकिन लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा। जिस वक्त उन्होंने जिम्मेदारी संभाली उस वक्त गन्ना किसानों के 14 हजार करोड़ रुपए बकाया थे। उनकी सरकार ने गन्ना किसानों के हालात के विषय में सोचा।