शिखा पाण्डेय,
दिन-रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खिलाफत करने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सुर अचानक बदल जाएं और वे मोदी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने वालों को फटकारें, ऐसा असंभव भले प्रतीत होता हो, लेकिन ऐसा हुआ है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आज पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी अमीर लोगों के हितैषी हैं, लेकिन उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाना गलत है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं।
इस सभा में राहुल ने नोटबंदी और किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा एक बार फिर उठाया। इस दरम्यान उन्होंने कहा,” प्रधानमंत्री के साथ हमारी राजनीतिक लड़ाई हो सकती है लेकिन प्रधानमंत्री मुर्दाबाद कहना कांग्रेस पार्टी का काम नहीं है। मुर्दाबाद का नारा कट्टरपंथी लोग लगाते हैं, आरएसएस के लोग लगाते हैं।”
राहुल ने कहा, “8 नवंबर को जो फैसला लिया गया वो काले धन के खिलाफ नहीं था, वो किसान और गरीब लोगों के खिलाफ था। प्रधानमंत्री अमीरों का कर्ज माफ करते हैं, आप हिंदुस्तान के किसानों का कर्ज माफ कीजिये। मैंने उन्हें कहा कि आप किसानों का कर्ज माफ कीजिए, उन्होंने मेरे इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। एक शब्द तक नहीं बोले।”
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा,” देश की पूँजी का सबसे बड़ा हिस्सा लगभग 50 अति विशिष्ट परिवारों के पास है और यह प्रधानमंत्री की देन है। इन परिवार के साथ मोदी जी विदेश जाते हैं, उनके जहाज में बैठते हैं।” इस बीच विजय माल्या का ज़िक्र करते हुए राहुल ने कहा, “8 नवंबर के बाद मोदी जी ने 1200 करोड़ की टॉफी माल्या को दी है और 99 प्रतिशत लोगों से उन्हें पूछे बिना उनका खून निकाल लिया है।”