बसपा और सपा के बीच दोस्ती की खबर आ रही थी, पर मायावती ने इस खबर पर विराम लगा दिया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक मायावती ने कहा। ‘मैं स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि बीएसपी का किसी भी राजनीतिक दल से कोई गठबंधन नहीं हुआ है।
मायावती ने कहा कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हमने कोई प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। हमारी पार्टी के कार्यकर्ता बीजेपी प्रत्याशी को हराने की कोशिश करेंगे, गठबंधन की खबर पूरी तरह से गलत और झूठी है।
मायावती ने ये भी कहा कि यूपी में हाल ही में राज्यसभा और विधान परिषद में होने वाले चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए सपा और बसपा के द्वारा एक दूसरे को वोट ट्रांसफर कर दिया जाता है तो ये कोई चुनावी गठबंधन नहीं है।
रविवार को खबर आई थी कि पिछले 25 साल से दूर रहने वाली पार्टियां (समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी) के बीच दोस्ती हो गई है। खबर थी कि यह दोस्ती गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर हुई है।
बहुजन समाजवादी पार्टी की जिला स्तरीय बैठक के दौरान घनश्याम चंद्र खरवार ने मंच से घोषणा की, कि वह समाजवादी पार्टी को समर्थन दे रहे हैं। वहीं मंच से घनश्याम चंद खरवार ने कहा की बीएसपी सुप्रीमो मायावती के आदेश के बाद हम लोगों ने सपा को समर्थन दिया है।