हाथी से उतर साइकिल पर सवार होंगे स्वामी प्रसाद मौर्य, मंत्रिपद मिलना तय!

अनुज हनुमत,

लखनऊ। पूरे देश की सियासत एक तरफ और उत्तर प्रदेश की सियासत एक तरफ। यहां की सियासी हवा कब किधर मुड़ जाये किसी को नहीं पता। अभी पार्टी से बागी हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को 48 घण्टे भी नही हुए, लेकिन उन्होंने नई सवारी करने की तैयारी कर ली है। कहा जा रहा है कि स्वामी प्रसाद जल्द ही साइकिल पर सवार होने जा रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य की तारीफ करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य एक अच्छे इन्सान हैं और एक मजबूत नेता हैं। अब इस बयान से मामला काफी साफ़ होता दिख रहा है।

मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के विलय को लेकर मचे घमासान पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उससे भी बड़ा फैसला ये है कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीएसपी छोड़कर आ गए हैं। बता दें इससे पहले मौर्य के पार्टी छोड़ने को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि मौर्य परिवारवाद के मोह में थे। अगर वह पार्टी नहीं छोड़ते तो निकाले जाते।

मायावती ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मैंने लोगों के कहने पर मौर्य को पार्टी में रखा। मौर्य अलग अलग पार्टियों में भटक रहे थे, जनता दल, लोकदल में रहे थे। बीएसपी में आने के बाद भी उनका परिवारवाद का मोह नहीं टूटा था।उन्होंने पार्टी छोड़कर उपकार किया है । मायावती ने कहा कि इन्हें कुशीनगर से लड़ाया गया, ऊंचाहार से बेटे को टिकट दिलाया, बेटी को आगरा से टिकट दिलाया। मैं इसके पक्ष में नहीं थी, लेकिन पार्टी नेताओं के कहने पर मैं मान गई। दोनों बेटे-बेटी चुनाव हार गए, ये कुशीनगर से जीते। 2014 में इन्होंने लोकसभा के लिए मैनपुरी से बेटे के लिए टिकट लिया, पर हार गए।

अब 2017 चुनाव में खुद के लिए कुशीनगर, बेटे के लिए ऊंचाहार और बेटी के लिए पुरानी सीट से टिकट मांगा। तो मैंने उनसे कहा कि क्या आपने मुलायम सिंह का जूठा खा लिया है, जिन्होंने पूरे परिवार राजनीति में लगा दिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में कौन किस पार्टी में पलटी मारेगा! क्योंकि यूपी में चुनावी गर्मी बढ़ती जा रही है।

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