नारायण सिंह ‘रघुवंशी’,
देहरादून: शादी का झांसा देकर युवती से ठगी करने का एक मामला और सामने आया है। 25 लाख रुपये ठगने वाले समेत दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। युवती को शादी का झांसा देने वाले युवक ने उससे एक वैवाहिक वेबसाइट के जरिए संपर्क किया था और खुद को अफगानिस्तान में शांति सेना का दवा सप्लायर बताया था।
गिरफ्तार किए गए दोनों युवक उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के रहने वाले हैं। पुलिस ने बुधवार को उन्हें जेल भेज दिया। वहीं, इस घटना में शामिल एक अन्य युवक फरार बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पटेलनगर निवासी एक युवती ने अपना प्रोफाइल एक वैवाहिक वेबसाइट पर डाल रखा था। मार्च 2015 में युवती के नंबर पर एक युवक का फोन आया। युवक ने बताया कि उसने युवती का प्रोफाइल उक्त वैवाहिक वेबसाइट पर देखा है और वह उससे शादी करना चाहता है।
युवक ने खुद को अफगानिस्तान में तैनात शांति सेना का दवा सप्लायर बताया। इसके बाद युवक और युवती की रोजाना फोन पर बातचीत होने लगी। इसी बीच युवक ने युवती से कहा कि वह अब भारत में बसना चाहता है और इसके लिए अपनी पूरी कमाई तकरीबन 20 करोड़ रुपये पार्सल से भारत भेजना चाहता है। उसने युवती से कहा कि पार्सल छुड़ाने के लिए उसे कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी, जिसमें तकरीबन 25 लाख रुपये खर्च होंगे। झांसे में आकर युवती ने फरवरी 2016 से मार्च 2016 के बीच दो अलग-अलग बैंक खातों में 25 लाख रुपये जमा कर दिए। लेकिन, इसके बाद युवक ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया।
युवती की शिकायत पर पुलिस ने जांच की तो पता चला कि ठगी के इस मामले में तीन युवक शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के रहने वाले हैं। ठगी में प्रयुक्त बैंक खातों की जांच की गई तो मुख्य आरोपी की पहचान पप्पू उर्फ चंद्रपाल उर्फ लड्डू कुमार पुत्र गजेंद्र शर्मा उर्फ रामचंद्र के रूप में हुई। साथ ही यह भी पता चला कि वह अफगानिस्तान में नहीं बल्कि बरेली के ग्राम डोडरिया थाना बिधरी चैनपुर में रहता है।
यह जालसाजी उसने गांव के ही संजय शर्मा उर्फ कालीचरण व उमेश पटेल पुत्र सोहनलाल की मदद से की थी। उमेश ने बैंक में फर्जी आइडी पर खाता खुलवाकर रकम ट्रांसफर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पुलिस ने बुधवार को पप्पू उर्फ चंद्रपाल व उमेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि संजय शर्मा अभी फरार है। प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर बीबीडी जुयाल ने बताया कि ये तीनों युवक वैवाहिक वेबसाइटों से लड़कियों के नंबर लेकर उन्हें झांसे में लेते थे।