शिखा पाण्डेय,
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने मथुरा के जवाहरबाग मामले में खुद अखिलेश सरकार को दोषी करार दिया है। शंकराचार्य का कहना है कि समाजवादी सरकार में जातिवाद का बोलबाला है और मथुरा में इतनी बड़ी घटना यादव कनेक्शन के चलते ही हुई है।
अखिलेश यादव सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि यूपी में यादवों का राज है और मथुरा के जवाहर बाग में जिन लोगों ने कब्जा किया था वो भी यादव थे। उन्होंने कहा कि हथियारों का इतना बड़ा ज़खीरा इकट्ठा करना आसान बात नहीं है। ये सब सरकार की लापरवाही के चलते ही हुआ है।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए शंकराचार्य ने मोदी सरकार को भी घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के भी दो वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन यह सरकार जनता से किए अपने वादों पर खरी नहीं उतर सकी है। विकास के नाम पर मोदी सरकार शौचालयों का ही निर्माण करा रही है।
शंकराचार्य ने कहा कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में भगवान राम के चित्र लगना चाहिए। उनके अनुसार मुसलमान मदरसों में इस्लाम की शिक्षा दे सकता है, ईसाई मिशनरी स्कूलों में बाइबिल की शिक्षा दे सकता है, हिन्दू बच्चे धर्म की शिक्षा के लिए कहाँ जाएँ, यह अत्यंत सोचनीय विषय है। उन्होंने कहा कि हिन्दू बच्चों को भी उनके धर्म और धर्मग्रंथों से परिचित कराना अनिवार्य है।