अनुज हनुमत,
रॉयल लाइफ और चमकदार जिंदगी जीने वाले उद्योगपति विजय माल्या की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नही ले रहीं। आज उपनगर अंधेरी की मेट्रोपोलिटन अदालत ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से दर्ज चेक बाउंस के मामले में माल्या के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है। 7 मई को मजिस्ट्रेट ए एस लावलकर ने माल्या को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था। लेकिन अदालत में पेश ही नहीं हुए, जिसके चलते आज उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया।
दरअसल , अदालत एएआई द्वारा किंगफिशर एयरलाइन के खिलाफ दर्ज कुल 100 करोड़ र. के दो चेक बाउंस होने के मामले की सुनवाई कर रही थी और एएआई ने दो मामले दर्ज करवाए हैं जिसमें अदालत से माल्या को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने की जो स्थायी छूट मिली है उसे रद्द करने की मांग की गई है।
बैंकों से लिए कर्ज के 9,000 करोड रुपये चुकाने में एयरलाइन के नाकाम रहने की खबर जब फैली, तभी माल्या ने देश छोड़ दिया। एएआई ने माल्या के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की भी मांग की है। इससे पहले एएआई की तरफ से अदालत में पेश वकील ने कहा था कि माल्या का पासपोर्ट रद्द होने को देखते हुए लगता नहीं है कि अदालत के आदेश के बावजूद उनका वकील अपने मुवक्किल को अदालत में पेश कर पाएगा।
विजय माल्या अभी तो देश से बाहर हैं और शायद वापस देश लौटने का उनका कोई विचार नहीं है। लेकिन शायद उन्हें भारतीय कानून का ज़रा भी अंदाजा नहीं है, तभी वह आज की सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं हुए। देखना होगा कि अब सरकार क्या ठोस कदम उठाती है।