शिखा पाण्डेय,
बहुजन समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस सर्वसमाज के साथ-साथ प्रदेश के ब्राहमण समाज की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। पूर्व सांसद राज बब्बर को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने को मायावती ने कांग्रेस द्वारा अंधेरे में चलाया गया तीर बताया है।
मायावती ने कहा कि इस प्रकार की नियुक्तियों से आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कोई फायदा नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, “विभिन्न पार्टियों में चक्कर लगाकर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले राज बब्बर को प्रदेश कांग्रेस समिति का अध्यक्ष बनाना वास्तव में प्रदेश में कांग्रेस की खस्ताहाल और दिवालियेपन का सबूत है।”
कांग्रेस की ओर से शीला के सीएम उम्मीदवार बनने पर मायावती बोलीं कि शीला को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना वास्तव में नाराज चल रहे ब्राहमण समाज की आंखों में धूल झोंकने जैसा है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी सत्ता में आना तो दूर उसके करीब भी नहीं दिख रही है।
शीला पर हमला करते हुए बीएसपी प्रमुख ने कहा,” यह वही शीला दीक्षित हैं, जिन्होंने दिल्ली के विकास के नाम पर खासकर दलितों, पिछड़ों, ग़रीबों आदि के हित और कल्याण हेतु बजट के धन को सही जगह खर्च नहीं करके उसे अन्य ग़ैर-जरूरी काम पर खर्च किया। साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के कई मामले भी इनके ऊपर लम्बित हैं। दिल्ली के भ्रष्टाचार-निरोधक ब्यूरो ने शीला को हाल ही में दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर खरीद घोटाले मामले में समन भी जारी किया है। ऐसा नेता उत्तरप्रदेश का क्या भला करेगा?”
मायावती ने कांग्रेस, बीजेपी और सपा पर ब्राहमणों की लगातार उपेक्षा करने का आरोप लगते हुए ब्राह्मण वर्ग को अपनी पार्टी की ओर आकर्षित करने का बढ़िया दांव खेला। मायावती ने कहा कि जब प्रदेश का ब्राहमण समाज आदर-सम्मान के लिये दूसरी पार्टियों से कहीं ज़्यादा बीएसपी नेतृत्व पर भरोसा करता है, ऐसे समय में कांग्रेस द्वारा शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करके आगे करना इस समाज की आंखों में धूल झोंकने के सिवाय और कुछ नहीं है।