शिखा पाण्डेय,
जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से कहा है कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दीजिए, लव लेटर मत लिखिए ,हमारी पार्टी आपके के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हमलोग अगर मगर में विश्वास नहीं करते, राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद से निबटने और विदेश नीति के मामले में पूरी तरह केंद्र के साथ हैं।
जेडीयू के राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दूसरे और आखिरी दिन अपने अध्यक्षीय भाषण में नीतीश कुमार ने ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम के आतंकवाद के मसले पर कही गयी बातों का समर्थन करते हुए कहा कि पीएम जैसी जरूरत समझें हम उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की किसी भी तरह की कार्रवाई में वह और उनकी पार्टी केंद्र सरकार के साथ है।
हाल ही में सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक की प्रशंसा करते हुए नीतीश ने कहा, “गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी जानकारी दी थी। हमने उन्हें इस सफलता के लिए बधाई दी। लेकिन हम पीएम से अनुरोध करते हैं कि वह किसी भी राजनीतिक दल को इसका श्रेय लेने या इस संबंध में होर्डिग लगाने से रोकें। इसे देशभक्ति नहीं कहा जा सकता।” उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी ऐसा कर रही है उन्हें आप रोकिए।
नीतीश ने कहा, “आप देश के प्रधानमंत्री हैं, अकेले भाजपा के नेता नहीं, पूरा राष्ट्र एक है। यदि कोई इस मसले को देश की अंदरूनी राजनीति का हिस्सा बनाना चाहता है, तो उसे आप रोकिए।”
बैठक के दौरान नीतीश ने मोदी पर मज़ाक मज़ाक में व्यंग भी किया। उन्होंने कहा, “आप जय श्री राम बोलिए, मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन आपके बोलने के तुरंत बाद प्रवीण तोगड़िया ने मंदिर बनवाने की मांग भी कर दी!” परोक्ष रूप से मोदी पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि जिस मुद्दे पर आपको वोट मिले, उस पर काम कीजिए, देश का फायदा कॉमन सिविल कोड, धारा 370 और मंदिर निर्माण जैसे मुद्दे से नहीं होगा, सबके विकास से होगा।
उन्होंने कहा, “देश की राष्ट्रीय विकास दर सात प्रतिशत पर पहुंच गई है। किसान निराश हो रहे हैं, रोजगार नहीं मिल रहा है। सालाना दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य कहीं नहीं रहा। किसानों की मजबूरी इस बात से समझी जा सकती है कि जाट, पट्टेदार और मराठा जैसी सशक्त खेतिहर वर्ग भी अब आरक्षण की मांग कर रहा है।”