शिखा पाण्डेय,
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार के नोट बंदी के फैसले पर कल एक के बाद एक कई ट्वीट कर हमला किया। लालू प्रसाद ने लगे हाथ आरएसएस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर पूछा, “मोहन भागवत चुप क्यों है? क्या आरएसएस को लोगों की पीड़ा में आनंद आ रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं, संघ के आदेश पर ही यह किया गया?”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए राजद सुप्रीमो ने अपने अगले ट्वीट में पूछा,”पीएम बताएं कि रुपये की कमजोरी और बदतर हालात का जिम्मेदार कौन है? इस कदम से जो जीडीपी ग्रोथ रेट गोते खाएगी, उसकी भरपाई में कितने वर्ष लगेंगे? इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था में अव्यवस्था की छवि वाला जो नकारात्मक संदेश पूरे विश्व में गया है, उससे उबरने में कितने सालों की बलि चढ़ेगी?”
कालेधन के सख्त विरोधी होने की बात करते हुए राजद सुप्रीमो ने आगे लिखा है कि काले धन वालों को दबोचो, किंतु इसके नाम पर आप पूंजीपतियों की गोद में बैठकर आम लोगों को परेशान नहीं कर सकते।
लालू ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा,” तुमने जो हंगामा खड़ा किया है, उसके शोर-शराबे में करोड़ों लोगों के भूख और पीड़ा से कराहने की आवाज दब रही है, पर समझ लो अब और नहीं दबेगी। देश का किसान निर्धन सही, किंतु निर्बल नहीं है। भूखे किसान व निर्धन को सताने में प्रधानमंत्री को कौन सा नैसर्गिक सुख प्राप्त हो रहा है?”