कई नामों और लंबी चर्चा के बाद अंततः भारतीय क्रिकेट टीम को उसका नया कोच मिल गया है। भारत के पूर्व कप्तान और दुनिया के सबसे महान गेंदबाज अनिल कुंबले को बीसीसीआई ने आज एक साल के लिए मुख्य कोच चुन लिया है। मीडिया में खबर थी कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री को बल्लेबाजी कोच बनाया जा सकता है। कुंबले, शास्त्री, लालचंद राजपूत, प्रवीण आमरे, मूडी और स्टुअर्ट लॉ ने भारतीय कोच पद के लिए साक्षात्कार दिया था। कुंबले कोच पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे थे।
नए कोच की घोषणा बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने की। ठाकुर ने कोच पद की घोषणा के बाद कहा कि सहयोगियों की घोषणा बाद में की जाएगी। ठाकुर ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि टीम इंडिया के मुख्य कोच के चयन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती गयी है। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण के नेतृत्त्व में गठित तीन सदस्यीय समिति ने लंबे चले सत्र के दौरान कम से कम सात उम्मीद्वारों के साक्षात्कार लिए और अपनी रिपोर्ट बीसीसीआई को सौंपी, जिसमें उन्होंने कुंबले को सबसे ज़्यादा क़ाबिल पाया।
पूर्व भारतीय कप्तानों अनिल कुंबले और रवि शास्त्री सहित कई अन्य उम्मीद्वारों के साक्षात्कार लिये. सचिन तेंदुलकर (वीडिया कान्फ्रेंस के जरिये), सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय समिति ने लंबे चले सत्र के दौरान कम से कम सात उम्मीद्वारों के साक्षात्कार लिये.
इस दौरान उम्मीद्वारों ने अपने परफॉरमेंस की प्रस्तुति भी दी। कुंबले स्वयं साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए जबकि शास्त्री विदेश में हैं और इसलिए उन्होंने स्काईप के जरिये इंटरव्यू दिया था। विदेशी आवेदनकर्ताओं में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाडियों स्टुअर्ट लॉ और टॉम मूडी ने भी वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए अपनी प्रस्तुति दी। दिलचस्प बात यह है कि संदीप पाटिल जैसे उम्मीद्वार को साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया जबकि पूर्व भारतीय खिलाडियों लालचंद राजपूत और प्रवीण आमरे को साक्षात्कार का मौका दिया गया।