एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर किरण बेदी एक विवादास्पद बयान देकर चर्चा में बन गयी हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के जो गांव खुले में शौच से मुक्त नहीं हैं। वहां के लोगों को मुफ्त चावल देना बंद कर दिया जाएगा।
राज्य में मुफ्त चावल योजना का लाभ प्रदेश की करीब आधी जनसंख्या को मिलता है। किरण बेदी ने आज यह फरमान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि जिन गावों में लोग खुले में शौच करते हैं या कूड़ा फेंकते हैं। उनको मुफ्त चावल नहीं मिलेगा।
विधायक के प्रमाणपत्र देने पर ही मिलेगा चावल
एलजी ने ट्वीट कर कहा कि इस योजना को संबंधित क्षेत्र के विधायक और ग्रामसभा आयुक्त द्वारा खुले में शौच व कूड़ा फेंकने से मुक्त होने के प्रमाणपत्र से जोड़ दिया गया है। यह फैसला जून से लागू होगा।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एलजी ने जून तक के लिए चावल की मुफ्त आपूर्ति भी रोक दी है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि मुफ्त चावल को सुरक्षित भंडारगृहों में रखा जाएगा। साफ होने के प्रमाण हासिल करने वाले गांवों को ही अब यह मिलेगा।