सुनील यादव | Navpravah.com
कर्नाटक के जामा मस्जिद में विश्व हिन्दू परिषद एवं अन्य हिन्दू प्रदर्शनकारियों द्वारा तोड़फोड़ की गई और मस्जिद के बाहर स्थित दुकानों में आग लगा दी गई। बताया जा रहा है कि कर्नाटक के कन्नड़ जिले सिरसी में यह हिंसा दो समुदायों के बीच हुई थी, जो कि अब साम्प्रदायिक मोड़ ले चुकी है।
बता दें कि संघ कार्यकर्ता परेश मेस्टा के कई दिनों से गायब होने के बाद 1 दिसंबर को उनकी लाश शहर के झील से बरामद हुई। संघ कार्यकर्ता की हत्या के बाद से ही विश्व हिन्दू परिषद एवं हिन्दू समुदायों में आक्रोश का माहौल था, जिसके चलते बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने 12 दिसंबर को राजभवन मार्च किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल वैजूभाई वाला से विरोध प्रदर्शन के जरिये संघ नेता परेश मेस्टा की हत्या के मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा जांच कराने की मांग की।
इलाके में फैले तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। इस मामले पर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी और संघ परिवार मिलकर राज्य में अशांति और दंगा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। संघ कार्यकर्ता परेश मेस्टा की हत्या के मामले में पुलिस जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।