स्वच्छ भारत अभियान पर बनी ‘डोंट लेट हर गो’ शीर्षक वाली लघु फिल्म के लांच पर संवाददाताओं से बातचीत में ‘क्वीन’ कंगना ने खुलासा किया कि वह बहुत ही आलसी हुआ करती थीं। नहाना उन्हें कतई पसंद नहीं था। कंगना ने कहा, “मैं बहुत आलसी थी, और नहाने से तो नफरत थी। मेरे माता-पिता तंग आ चुके थे।”
कंगना ने कहा, ” ईमानदारी से कहूं तो उस दौरान मेरे जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हुआ। मेरे कोई दोस्त नहीं बने, कोई अवसर नहीं मिला। फिर मैंने तत्वों, सम्मिश्रण और ऊर्जा के बारे में काफी पढ़ा और मुझे पता चला कि उर्जा तीन तरह की होती है और उनमें से एक है स्वच्छता जो सबसे महत्वपूर्ण है।”
कंगना ने कहा, “मैंने वेदांत पढ़े, स्वामी विवेकानंद के रास्ते पर चली। मैंने सीखा कि कैसे खुद को और ऊर्जाओं के ऊपर उठाना है, और बदलाव करने हैं। मैंने आंतरिक और बाह्य स्वच्छता के महत्त्व को समझा।” उन्होंने कहा, “मैंने बाह्य स्वच्छता से शुरूआत की। यह मूल काम है। जब मैंने इससे शुरूआत की तो जीवन में चीजें बदलनी शुरू हो गयीं। अब मैं नहाती हूं, स्वच्छ रहती हूं और सुनिश्चित करती हूं कि गंदगी ना फैलाऊं। पिछले 12 साल में मैंने कचरा नहीं फैलाया है।”
इस फिल्म में कंगना देवी लक्ष्मी के रूप में नजर आएंगी। कंगना का कहना है कि इन तकनीकों को अपनाने से उनका जीवन बदल गया। प्रदीप सरकार के निर्देशन में बन रही इस लघु फिल्म में ईशा कोप्पिकर और ओंकार कपूर भी हैं। इसके लिए मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने भी अपनी आवाज दी है।