अनुज हनुमत,
लखनऊ। यूपी में जब कोई मुद्दा सीधे राजनीति को प्रभावित करता है, तो धमक महीनों सत्ता के गलियारों में गूंजती रहती है। सबकी अपनी अपनी रिपोर्ट है और अपना अपना उद्देश्य। लेकिन किसी को मतलब नही कि कैराना का वास्तविक दर्द क्या है। बुधवार को कैराना मामलें पर एक और रिपोर्ट सामने आई। समाजवादी संतो की टीम ने बुधवार को यूपी के सीएम अखिलेश यादव को कैराना मामलें की रिपोर्ट सौंपते हुए कहा कि कुछ लोग वहां की फिजा को खराब करना चाहते थे।
बता दें, कि संतो का प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कृष्णन सहित हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि जी महाराज, देवानंद गिरी, शामिल थे। वहीं प्रमोद कृष्णन ने सीएम को रिपोर्ट सौंपते हुए बताया कि कैराना जांच के दौरान उन्होंने वहां पर सभी तबके के लोगो से बातचीत की और पाया कि उत्तर प्रदेश की फिजा को खराब करने की खतरनाक साजिश थी।
इस पर सीएम अखिलेश यादव ने गम्भीरता से विचार करते हुए सख्त कार्रवाई करने की मांग की। सपा संतों की टीम ने कहा, कैराना में रची गई यूपी की फिजा बिगाड़ने की साजिश थी ।