पेप्सिको की चेयरमैन और सीईओ इंदिरा नूई को शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया है। नूई आईसीसी की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक होंगी। इस प्रस्ताव को स्वतंत्र निदेशक के महिला होने की शर्त के साथ मंजूरी दी गई थी। उनकी नियुक्ति 2 साल के लिए की गई है, लेकिन उन्हें दोबारा नियुक्त किया जा सकता है।
इंदिरा नूई ने कहा, ‘मैं क्रिकेट को प्यार करती हूं, मैंने अपने कॉलेज के दिनों में क्रिकेट खेला है और इससे बहुत कुछ सीखा है। इस भूमिका के लिये आईसीसी से जुड़ने वाली पहली महिला बनकर मैं रोमांचित हूं। बोर्ड, आईसीसी साझेदारों और क्रिकेटरों के साथ काम करने का मुझे इंतजार है।’
आईसीसी अध्यक्ष शशांक मनोहर ने कहा, ‘एक और स्वतंत्र निदेशक और वह भी महिला को नियुक्त करना देश के संचालन को बेहतर बनाने की दिशा में अहम कदम है। उनकी नियुक्ति दो साल के लिये की गई है, लेकिन उन्हें दोबारा नियुक्त किया जा सकता है। वे लगातार छह साल तक ही इस पद पर रह सकती हैं।’
मनोहर ने आगे कहा, ‘हमने इस पद के उपयुक्त उम्मीदवार के लिए दुनियाभर में तालाश की। इस पद के लिए क्रिकेट प्रेमी होना, कमर्शल सेक्टर का अनुभवी होना और आईसीसी या किसी भी सरकारी संगठन के साथ नहीं जुड़े होने की शर्त रखी गई थी और हमे इस बात की खुशी है कि इंदिरा को हमने ऐसे ही उम्मीदवार के तौर पर चुना है।
इंदिरा नूई का जन्म चेन्नई में हुआ था। शिक्षा चेन्नई में ही हुई, बाद में इंदिरा ने कोलकाता के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से मैनेजमेंट की पढ़ाई की और कुछ वर्षों तक काम करने के बाद इंदिरा पढ़ाई करने के लिए अमरीका गईं और वहां से मैनेजमेंट की पढ़ाई की।
कई कंपनियों में काम करने के बाद 1994 में इंदिरा ने पेप्सिको ज्वाइन किया। 10 साल के बाद 2004 में कंपनी की मुख्य फाइनेंस अधिकारी और 2006 में वो कंपनी की सीईओ बनीं। 60 साल की इंदिरा पेप्सिको का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं। 2006 के बाद से वो दुनिया की शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल रही हैं।