पारुल पाण्डेय | Navpravah.com
यदि आप अपने खुश रहने का राज जानते हैं, तो आपके बटवे में यूँ 10 लाख रुपए का ईनाम आ सकता है। मध्यप्रदेश सरकार ही एक मात्र ऐसी सरकार है, जिसके पास ‘खुशहाली विभाग’ है। इस विभाग का काम केवल दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाना है।
एमपी सरकार ने हैपिनेस रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसके लिए कई एक्सपर्ट्स को आमंत्रित किया है। यह एक्सपर्ट लोगों के चेहरे में स्माइल लाने के लिए एक उच्चस्तरीय अध्ययन और शोध कर रहे हैं। इतना ही नहीं लोगों की खुशियों का राज तलाशने वाले राज्य सरकार 10 लाख रुपए का इनाम देने के साथ ही इस पर रिसर्च के लिए आर्थिक सहायता और फेलोशिप भी देगी।
इस मामले में हैपिनेस विभाग के प्रमुख ने पत्र लिखते हुए राज्य सरकार के उच्चशिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग और मेडिकल एजूकेशन समेत कई तकनीकी संस्थानों को अवगत कराया है, जिससे हैपिनेस प्रोजेक्ट को बढ़ावा मिल सके।
बता दें कि केवल हैपीनेस का राज बता देने से आप 10 लाख नहीं जीत जाएँगे। खुशियों का राज प्रस्ताव के जरिए भेजने के साथ अपना नजरिया भी एक्सपर्ट पैनल को स्पष्ट करना होगा कि कैसे खुशियों के माहौल को क्रिएट किया जाएगा। साथ ही इस आइडिया से लोगों को खुशहाली का कंसेप्ट भी समझाया जा सके। इस सभी कि जाँच पैनल करेगा, जिसके बाद विजेता निर्धारित होगा। प्रत्येक वर्ष उन 5 लोगों को जिनका आइडिया सरकार को पसंद आनेपर उनके नाम 10- 10 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।