एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पिछले दिनों सीमा सुरक्षा बल के एक जवान ने मिल रहे बेहद घटिया भोजन का मुद्दा उठाया था। वहीं अब भारतीय सेना का एक जवान कुछ महीनों से पाकिस्तान में कैद के दौरान हुए बुरे अनुभवों के कारण सेना को छोड़ने की बात की है।
18 महीने पहले एलओसी पार करके पाकिस्तान जाने वाले और उनकी कैद में रहने वाले भारतीय सैनिक चंदू चव्हाण ने भारतीय सेना छोड़ने की इच्छा जाहिर की हैं। सूत्रों के अनुसार, चव्हाण अभी खड़की मिलिट्री अस्पताल के मनोचिकित्सा वार्ड में भर्ती हैं।
चन्दु सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान पाकिस्तान में फस गया था, लेकिन सारे साथियों की तरह वे वापस न आ सके और दुर्भाग्यवश पाकिस्तानी सेना के हाथ लग गए ,उन्हें बन्दी बना लिया गया।
चार महीने बाद पाकिस्तान ने चंदू को भारत के हवाले किया था। भारत लौटने के बाद चव्हाण को कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का सामना करना पड़ा और उसके बाद उन्होंने सजा भी भुगती।
चंदू ने बताया कि, मैं मिलिट्री अस्पताल के मनोचिकित्सा वार्ड में पिछले 20 दिनों से हूं। तीन दिन पहले मैंने मेरे सीनियर्स से खत लिखकर प्रार्थना की हैं, कि मुझे सेवामुक्त किया जाए, क्योंकि कुछ समय पहले जो मेरे साथ घटित हुआ हैं। उसके बाद मेरे लिए नौकरी करना कठिन हो गया हैं।