अनुज हनुमत,
लखनऊ। विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लाखों छात्र आज लखनऊ में अपनी मांगों को लेकर हुंकार भरेंगे। शिक्षा के मुद्दे को लेकर लखनऊ के काल्विन तालुकेदार कॉलेज के मैदान में छात्र हुंकार रैली होने जा रही है। इस रैली में तकरीबन एक लाख युवाओं के जुटने की बात की जा रही है।
आपको बता दें कि अभाविप द्वारा उत्तर प्रदेश में बदहाल होती शिक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार प्रदेश सरकार को घेरा जाता रहा है, लेकिन संगठन ने अब बड़ा आंदोलन करने का मूड बनाया है, जिसकी हुंकार आज दिखेगी।
गौरतलब हो, एबीवीपी ने कहा है कि यूपी के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में शिक्षा के स्तर में निरंतर गिरावट आ रही है। संगठन इसके खिलाफ 23 नवंबर को हुंकार रैली कर सरकार को अपनी ताकत का अहसास कराएगा।
एबीवीपी के उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह ने लखनऊ प्रेस क्लब में विगत दिनों आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया था कि, “प्रदेश में शिक्षा की व्यवस्था बदहाल है और छात्रों में निराशा का भाव है। अभी तक शिक्षा के गिरते स्तर पर किसी दल ने काम नहीं किया, इसलिए राजनीतिक दलों को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी।” उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में छात्र संघ चुनाव कराये जाने चाहिए।
स्नातक में 50 प्रतिशत व परास्नातक में 20 प्रतिशत सीटों की वृद्धि हो तथा सांध्यकालीन कक्षाएं शुरू की जानी चाहिए। शिक्षा सस्ती, सरल एवं गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। शिक्षा को रोजगारपरक बनाया जाना चाहिए। संगठन मांगों को लेकर धर्मपाल ने कहा, “शिक्षण संस्थाओं में 180 दिन पढ़ाई कराई जाए। शैक्षिक सत्र नियमित हों, रिक्त पदों पर शिक्षकों की तत्काल तैनाती हो, इंटरमीडिएट स्तर तक छात्र-छात्राओं की शिक्षा नि:शुल्क हो, एससी, एसटी और ओबीसी की छात्रवृत्ति बढ़ाई जाये ।”
दरअसल, यह रैली आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है, क्योंकि इसके माध्यम से कहीं न कहीं प्रदेश सरकार के खिलाफ युवाओं का रोष प्रदशिर्त किया जाएगा। अब देखना होगा कि आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की हुंकार रैली को सूबे की मौजूदा अखिलेश सरकार को कितना दबाव में लाती है।