कोमल झा | Navpravah.com
Mumbai
मुम्बई शहर के जुहू इलाके में पिछले दस सालों से 26 पाकिस्तानी नागरिकों रह रहे थे.अब ये 26 पाकिस्तानी नागरिक के अचानक गायब हो जाने से मुंबई प्रशासन सक्त हो गई हैं. पुलिस की अलग-अलग एजेंसियां इन 26 लोगों को खोजने में दिन-रात जुटी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार, ये पाकिस्तानी नागरिक पिछले दो या तीन दिनों के अंदर ही लापता हुए हैं, पुलिस को किसी ने भी नहीं दी थी अपने बारे में सही जानकारी। जिसके बाद से मुंबई पुलिस ने शुरू की तलाश।
पुलिस का कहना है कि इन 26 में से किसी ने भी अपने बारे में उन्हें कोई जानकारी मुहैया नहीं कराई थी। सी-फॉर्म भरते समय इन्होंने नहीं बताया था कि वे किसके साथ रह रहे हैं या फिर वह मुंबई किससे मिलने आए, इसके अलावा रुकने की अवधि सी-फॉर्म वह डॉक्यूमेंट होता है पासपोर्ट की कॉपी, वीजा और रेजिडेंशल परमिट की जानकारी भी देने होती है।जिसे भारत आने वाली सभी पाक नागरिकों को भरना होता है। एक अधिकारी ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया कि फॉर्म में अधूरी जानकारी का पता उन्हें उस समय चला जब वह इन नागरिकों का पता करने की कोशिश कर रहे थे। महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वॉयड (एटीएस) इन नागरिकों के लिए जारी तलाशी अभियान का नेतृत्व कर रही है। एटीएस को इंटेलीजेंस एजेंसीज की ओर से आगाह किया गया है कि अगर ये सभी पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के जासूस थे तो देश की आर्थिक राजधानी पर बड़ा खतरा हो सकता है।
महाराष्ट्र एटीएस ने मुंबई के सभी होटलों और लॉज में उन्हें तलाशने के लिए टीमें भेजी हैं। सुरक्षा एजेंसियां ज्यादा अलर्ट इसलिए भी हुई हैं। कि कर्नाटक के भटकल से इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के कैडर ने पिछले कुछ माह में मुंबई की रेकी की है। अब आईएम पहले जैसा ताकतवर नहीं रह गया है लेकिन इसके फाउंडर रियाज शाहभंडारी उर्फ रियाज भटकल और उसका बड़ा भाई इकबाल भटकल अभी तक पाकिस्तान में ही है। दोनों को आईएसआई ने सुरक्षा दी हुई है। इन दोनों भाईयों के अलावा भटकल के ही रहने वाले सुल्तान और शफी अरमार जो अब भारत में आईएसआईएस के मुख्य रिक्रूटर्स हैं, ये दोनों भी भटकल से हैं। लेकिन दोनों के बारे में ऐसा माना जाता है कि इनकी कुछ माह पहले सीरिया में मौत हो गई थी।