रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन आज झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। झामुमो नेता हेमंत सोरेन राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रुप में झारखंड का कार्यभार संभालेंगे। आपको बता दें, हेमंत सोरेन अक्सर अपनी सादगी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं।
झारखंड विधानसभा चुनाव में गठबंधन बनाकर बीजेपी की बादशाहत को खत्म करने वाले हेमंत सोरेन आज झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू उन्हें राजधानी के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।
झामुमो नेता हेमंत सोरने के साथ झामुमो के प्रो। स्टीफन मरांडी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के भी मंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। 44 वर्षीय हेमंत सोरेन राज्य में दूसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। इसके पहले वह 2013 में कांग्रेस गठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि महागठबंधन सरकार चलाने के लिए हम न्यूनतम साझा कार्यक्रम लागू करेंगे। पूर्व की सरकार भी हमने कामन मिनिमम प्रोग्राम के तहत चलाई थी। साथी दलों के साथ बैठकर हम इसे पुख्ता तौर पर तैयार करेंगे। चुनाव के दौरान भी हमने साझा प्रचार अभियान चलाया था और आम जनता के समक्ष अपने मुद्दे रखे थे। जल, जंगल, जमीन पर लोगों का अधिकार है। यह अधिकार हर हाल में बना रहेगा। हमारी पृष्ठभूमि इसी से जुड़ी है और इससे समझौते का कोई सवाल ही नहीं उठता।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि इस बार जनता ने ठोस जनादेश दिया है। अगले पांच साल इस राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे। हम लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि हम देश में झारखंड की अलग पहचान कायम करेंगे। झारखंड तेजी से आगे बढ़ेगा। शपथ ग्रहण समारोह में देशभर से लोग आ रहे हैं और वे भी इसका अहसास करेंगे कि झारखंड में परिवर्तन होना एक शुभ संकेत है।
सुत्रों के मुताबिक, खरमास के बाद अब हेमंत मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, जिसमें सभी नामों पर फैसला होगा। फिलहाल कांग्रेस से 5, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से 6 और राजद से 1 को मंत्रिमंडल में शामिल करने के फॉर्मूले पर महागठबंधन में सहमति बनी है।
हेमंत सरकार में स्टीफन मरांडी और रामेश्वर उरांव को उपमुख्यमंत्री बनाकर सियासी संतुलन साधा गया है। हेमंत सोरेन शिबू सोरेन की आदिवासी राजनीति के विरासत के प्रतीक हैं। हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक 29 दिसंबर की शाम करेंगे। पहली बैठक में विधानसभा के लिए प्रोटेम स्पीकर के नाम की अनुशंसा होगी।