आम आदमी की बेटी नहीं इसलिए ज़िंदा हूं

पीयूष चिलवाल | Navpravah.com
डरी और सहमी हुई लड़की को जब आखि़र में पुलिस की मदद मिली तो उसने राहत की सांस ली। रात को अपनी कार से जा रही थी कि अचानक पीछ से एक कार उसकी कार के इतने करीब चलने लगी की वो सहम गयी। उसका मन घबराने लगा और बस किसी तरह एक बार उन से बच निकलने की सोचने लगी। छेड़छाड़ के बाद ज़िंदा बचे रहने के लिए वो किसी आम आदमी की बेटी न होने को ही जिम्मेदार मानती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ मामला है हरियाणा में बीजेपी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त आशीष का जिन्होंने एक आईएएस की बेटी के साथ छेड़छाड़ का है। शराब के नशे में धुत छेड़छाड़ को अंजाम देने वाला विकास बराला जहां एलएलबी का छात्र है तो उसका दोस्त आशीष एलएलबी पूरी कर चुका है।
 रात को धुत होकर जब दोनों घर आ रहे थ तो दोनों ने लड़की की कार का पीछा करना शुरू कर दिया। उन्होंने लड़की की कार के आगे अपनी कार लगाकर उसे कार से बाहर उतारने की कोशिश करने लगे इस बीच लड़की ने पीसीआर को फोन कर दिया और को लड़कों से बचने के लिए कार को भगा दिया। बाद में दोनों युवकों को पीसीआर ने हाउंसिंग बोर्ड चैक के पास पकड़ लिया और दोनों लड़कों पर पुलिस ने धारा 354 और 185 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तंवर ने बीजेपी पर अपने नेता के बेटे को बचाने के लिए कानून का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है उनका कहा कि छेड़खानी के मामले में कोई इतनी जल्दी कैसे छूट सकता है, सरकार पुलिस पर बेटा बचाने का दबाव बना रही है। प्रधानमंत्री ने बेटी बचाने का आह्वान किया था और खट्टर सरकार छेड़खानी करने वाले बेटे को बचा रही है।
उधर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कहना है कि सुभाष बराला के बेटे का मामला मेरे संज्ञान में आया है और ये बीजेपी या सुभाष बराला से जुड़ा मुद्दा नहीं बल्कि एक व्यक्ति विशेष का मामला है और चंडीगढ़ पुलिस कार्यवाही करने में पूरी तरह सक्षम है। वह अपना काम बखूबी कर रही है। बराला ने ज्यादा कुछ न कहते हुए सिर्फ इतना कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है और सच्चाई सबके सामने होगी।

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