सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
उर्दू के लोकप्रिय शायर मिर्जा गालिब की आज 220वीं जयंती पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें याद किया है। इस डूडल में गालिब को मुगलकालीन इमारत की बालकनी में खड़ा देखा जा सकता है। इस दौरान उनके हाथ में कागज और कलम है और पृष्ठभूमि में सूर्य और मस्जिद का नजारा है।
गालिब का जन्म 1797 में हुआ था। उनका असली नाम मिर्जा असदुल्लाह बेग खान था और उन्हें मिर्जा गालिब के नाम से जाना जाता है। वह उर्दू और पारसी भाषा के सर्वाधिक लोकप्रिय और प्रभावशाली कवि थे। उन्होंने ऐसे समय में लिखना शुरू किया, जब देश में मुगल साम्राज्य अपने अंतिम चरण में था।
गालिब भारत के युवाओं को ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के लोगों को प्रेरित करते हैं। मिर्जा गालिब ने 11 साल की उम्र में कविता लिखना शुरू कर दिया था। उर्दू गालिब की मातृभाषा थी, लेकिन वह पारसी और तुर्की भाषा में भी समान पारंगत थे। गालिब का निधन 15 फरवरी, 1869 में हुआ। गालिब का मकबरा दिल्ली के निजामुद्दीन में चौसठ खंभा के पास है।