शिखा पाण्डेय,
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि भाजपा व आरएसएस अगर गौरक्षा करना चाहते हैं तो उन्हें अपनी शाखाओं में सुरक्षित रखें। शराबबंदी का एजेंडा लेकर यूपी चुनाव लड़ने की बात करने वाले जेडीयू अध्यक्ष ने यह भी कहा कि संघ और भाजपा एक सिक्के के दो पहलू हैं।
कानपुर से करीब 70 किमी दूर घाटमपुर में आयोजित जदयू के प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा “राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गायों और नीलगायों की रक्षा की बात करता है। अगर गायों और नीलगायों से इतनी ही सहानुभूति रखते हैं, तो उन्हें संघ और भाजपा के नेता अपनी शाखाओं में रखें। इन्हें सड़कों पर न छोड़ें, जिससे कि वे परेशानी का कारण बनें।
नितीश ने कहा,” भाजपा संघ का ही एक चेहरा है। गाय के नाम पर भाजपा और संघ देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जदयू कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के जूते का फोटो लें और उन्हें दिखा कर पूछें कि वे किस चमड़े के जूते पहने हुए हैं। हम चाहते हैं कि देश संघमुक्त बने।”
नितीश ने शराबबंदी के विषय में कहा कि बिहार में हमारी सरकार ने पीढ़ियों के भविष्य को संभालने का काम किया है और अब हर कोई हमारी सरकार के इस काम का सहयोग कर रहा है। उत्तरप्रदेश में भी पूर्ण रूप से शराब बंद होनी चाहिए। बिहार का उदाहरण देते हुए वे बोले कि बिहार में शराबबंदी के बाद जो शराब के आदी थे, वे भी सुधर गये हैं और अब सरकार के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने बिहार में विपक्षी भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि पहले तो भाजपा शराबबंदी का समर्थन करती थी, लेकिन अब जब भी शराबबंदी पर कोई कानून हम विधानसभा में लाते हैं, तो वह सहयोग नहीं करती।
नीतीश ने कहा कि यूपी में हमारी लड़ाई सपा और बसपा से नहीं, बल्कि भाजपा से है। हमारी नजर 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनाव पर है, जिसमें हम मजबूती से उतरेंगे और भाजपा का मुकाबला करेंगे। जेडीयू अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यूपी एक बड़ा प्रदेश है और दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर जाता है, इसिलए हम पहले अपने कार्यकर्ताओं को यूपी में मजबूत करेंगे। उसके बाद 2019 में जोरदार तरीके से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।