एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार में भी घोटालों की शुरुआत हो चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत 4688 स्टॉफ नर्स और एएनएम सहित कई अन्य पदों की भर्ती में घोटाले का मामला सामने आया है। एनएचएम ने 90 में से 3 और 8 नंबर पाने वाले उम्मीदवारों को पास दिखाते हुए नियुक्त कर लिया है। वहीं 64 नंबर पाने वाले पास उम्मीदवारों को फेल दिखाते हुए चयन सूची से बाहर कर दिया गया है। ये मामला सामने आने के बाद से भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठने शुरू हो गये हैं।
बता दें कि 22 जुलाई, 2017 को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत प्रदेश भर में एएनएम, स्टॉफ नर्स, पीआरओ, लैब टेक्नीशियन और लैब अटेंडेट के करीब 4688 पदों पर संविदा के तहत भर्ती के लिए जगह निकली थी। इच्छुक उम्मीदवार को ऑनलाइन आवेदन करना था, इसके लिए अंतिम तिथि 14 अगस्त, 2017 निर्धारत की गई थी। भर्ती प्रक्रिया के लिए 5 नवंबर, 2017 को प्रदेश भर में लिखित परीक्षा ली गई। चयन प्रक्रिया पर भवाल तब मंचा, जब 22 दिसंबर को रिजल्ट जारी किया गया था, जिसमें व्यापक स्तर पर गड़बड़ियां पाई गई हैं। रिजल्ट में 90 में से 8 और 3 मार्क्स पाने वाले उम्मीदवारों को नियुक्त कर लिया गया। जबकि 90 में से 60 से अधिक नंबर पाने वाले कई उम्मीदवारों को फेल दिखाते हुए भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की भर्ती पर सवाल उठते रहे हैं। 2015 में मथुरा में एनएचएम के तहत आयुष डाक्टरों की भर्ती की, तो यहां पर भी गड़बड़ियां मिली थीं।