सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
समाजवादी पार्टी के साईकिल चुनाव चिन्ह को लेकर आज चुनाव आयोग फैसला दे सकता है। फैसले पर निर्भर करेगा कि इस बार मतदाताओं को यूपी चुनाव में साइकिल चुनाव चिन्ह का बटन दबाने का मौका मिलेगा या नहीं। चुनाव आयोग के सूत्र के अनुसार न मुलायम गुट और न ही अखिलेश गुट, दोनों साइकिल की सवारी नहीं कर पाएंगे।
समाजवादी पार्टी के लिए आज का दिन बेहद अहम है, आज चुनाव आयोग इस बात का फैसला कर देगा कि साइकिल चुनाव चिन्ह पर हक किसका है। सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग ने तो मान लिया है कि समाजवादी पार्टी टूट चुकी है।
मुलायम ने कहा पार्टी में कोई टूट नहीं है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम ज़ैदी ने पूछा चुनाव चिन्ह किसी दिया जाए, तो मुलायम बोले, साईकिल मुझे दिया जाए। मुलायम के इस जवाब पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, इसका मतलब पार्टी में टूट है।
चुनाव आयोग में साईकिल को पाने के लिए दोनों गुटों ने अपनी-अपनी दलीलें दे दीं हैं, अखिलेश यादव की ओर से कांग्रेस नेता और वकील कपिल सिब्बल भी चुनाव आयोग में मौजूद थे, तो ऐसे में सवाल ये है कि साइकिल चुनाव चिन्ह का क्या हो सकता है ? भारत के इतिहास में ऐसा दो बार हुआ है, जब चुनाव चिन्ह पर दो गुटों में जंग हुई हो।