शिखा पाण्डेय,
भावनाओं से भरा भारत देश ‘एक चुटकी नमक का क़र्ज़’ के नाम से बड़ा इमोशनल हो जाता है। हिंदी फिल्मों में भी नमक का क़र्ज़ चुकता करने के किस्से अक्सर भारतीय जनता को भावुक कर जाते हैं। अब समाजवादी पार्टी ने भी जनता को इसी ‘नमक’ के एहसान तले दबाकर, उनके वोट बटोरने का सुपर प्लान बनाया है और इसके तहत सपा समाजवादी पेंशन, समाजवादी लैपटॉप, समाजवादी स्मार्टफोन, समाजवादी एंबुलेंस के बाद अब लेकर आ गई है ‘समाजवादी नमक’।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यही ‘समाजवादी नमक’ लांच किया। समाजवादी नमक को पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर 10 जिलों में लौंच किया जायेगा। हालांकि यह सरकारी योजना का हिस्सा है, जिसके तहत गरीब लोगों को आयोडीन युक्त नमक मुहैया कराया जाना है, लेकिन मौसम चुनावी है। इसलिए इसे राजनीतिक नजरिये से देखा जाना स्वाभाविक है।
पहले चरण में जिन 10 जिलों में 60 हजार मीट्रिक टन ‘समाजवादी नमक’ बांटा जाएगा, वे हैं लखनऊ, सिद्धार्थनगर, मुरादाबाद, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया, हमीरपुर, फैजाबाद, संतकबीरनगर, मऊ। यूपी सरकार की ओर से इसके लिए 48.52 करोड़ की अनुदान राशि हर साल दी जा रही है। इसका लाभ 46.02 लाख राशन कार्ड वाले धारक उठाएंगे।
आयरन और आयोडीन युक्त नमक के शुभारम्भ पर बोलते हुए सीएम अखिलेश ने कहा, “हमारी सरकार लगातार अच्छे कामों की कोशिश कर रही है। आने वाली पीढ़ी का स्वास्थ्य बेहतर हो, ये हमारी सरकार की जिम्मेदारी है। समाजवादियों की कोशिश होगी कि यूपी के लोगों का स्वास्थ्य और उनकी शिक्षा बेहतर हो।”
सीएम इस मौके पर भी मोदी सरकार पर निशाना साधना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि कालाधन रखने वाले अमीरों को इससे कोई नुकसान नहीं है, सिर्फ गरीब ही परेशान हो रहा है। आपको बता दें कि 32 लाख 59 हजार बीपीएल और अंत्योदय कार्ड धारकों को 3 रुपए प्रति किलो की दर से नमक दिया जाएगा। वहीं, एपीएल कार्ड धारकों को 6 रुपए प्रति किलो की दर से नमक दिया जाएगा।