रिश्वत के आरोप में घिरे पूर्व डीजी ने बेटे के साथ की आत्महत्या,पत्नी और बेटी पहले ही लगा चुके हैं मौत को गले

शिखा पाण्डेय
भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे और काफी शर्मिंदगी झेल चुके कॉरपोरेट मंत्रालय के पूर्व महानिदेशक  ने अपने बेटे के साथ फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। उन दोनों का शव दिल्ली के मधु विहार स्थित उनके आवास में मिला है। बंसल के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई की जांच चल रही थी। बंसल की पत्नी और बेटी ने  भी 19 जुलाई को ख़ुदकुशी कर ली थी।

पुलिस के मुताबिक दोनों शव सुबह नौ बजे नौकरानी ने देखे। दोनों ने दो अलग-अलग सुसाइट नोट छोड़े हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

क्या है पूरा मामला

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी बंसल को एक प्रमुख फार्मा कंपनी से कथित रुप से रिश्वत लेने के आरोप में 16 जुलाई 2016 को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने उनके बेटे से भी पूछ ताछ की थी। इस मामले के सिलसिले में सीबीआई ने आठ स्थानों पर छापेमारी की थी। एजेंसी ने इस छापेमारी के दौरान नकदी बरामद करने का दावा किया था। बंसल को बाद में गिरफ्तार किया गया था लेकिन फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

उनकी गिरफ़्तारी के बाद उनकी पत्नी सत्यबाला (58) और बेटी नेहा (28) ने 19 जुलाई को पूर्वी दिल्ली के मधु विहार के नीलकंठ अपार्टमेंटस के अपने आवास में अलग-अलग कमरों में पंखे पर लटककर कथित रुप से खुदकुशी कर ली थी। दोनों ने अलग-अलग सुसाइड नोट छोड़े थे, जिनमें उन्होंने किसी को अपनी मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया था। उसमें केवल इतना लिखा था कि ‘सीबीआई की छापेमारी’ से ‘भारी बदनामी’ हुई है और वे इसके बाद जीना नहीं चाहतीं।

पत्नी और बेटी के अंतिम संस्कार के लिए जब उन्हें जमानत दी गई थी तब उन्होंने बस इतना ही कहा था- जीवन चलता रहना चाहिए। बंसल और उनका बेटा 10 दिन पूर्व ही अपार्टमेंट में आए थे। गौरगलाब है कि उन्हें 26 अगस्त को रिहा किया गया था।

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