एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भाजपा शासित दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने सभी मीट-मुर्गा की दुकानों या नान-वेज खान-पान की दुकानों को आदेश दिया है कि टिक्का, कबाब, मटन, चिकन या फिश से जुड़े व्यंजनों को बाहर न रखें, उसे अपने दुकान के अंदर ही रखें।
नगर निगम ने इसके पीछे हेल्थ एंड हाइजिन का हवाला दिया है। इस पर बीजेपी पार्षद शिखा राय ने कहा कि होटलों-रेस्त्राओं के डिस्पले को देखकर लोगों की संवेदना प्रभावित होती है। एनडीटीवी से बात करते हुए पार्षद नंदिनी शर्मा ने कहा कि इस तरह का बैन लगाना कोई नया कानून नहीं है, ये मौजूदा कानूनों के तहत ही ये आदेश जारी किए गए हैं।
पार्षद ने कहा कि निगम किसी के खानपान पर कोई रोक नहीं लगा रहा है, बल्कि लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे, इस उद्देश्य से इन चीजों के बाहरी प्रदर्शन पर रोक लगाई जा रही है। इस फैसले को लेकर कांग्रेस के पार्षदों ने इसे लोगों के जीवन में भाजपा की घुसपैठ का आरोप लगाया है। कांग्रेस के पार्षद अभिषेक दत्त ने इसे लोगों की निजी जिंदगी में दखल बताया है।