नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के लिए टिकट बंटवारे से पहले ही कांग्रेस में विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं। दिल्ली के पटेल नगर और करावल नगर विधानसभा क्षेत्रों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के बाहर नारेबाजी और प्रदर्शन कर अपना विरोध जाहिर किया है। अभी पार्टी की तरफ से आधिकारिक रूप से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है।
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने जहां सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है, वहीं भाजपा ने भी 57 उम्मीदवारों के नाम की पहली लिस्ट जारी की है। विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची शनिवार को जारी हो सकती है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होगी। चुनावों के लिए नामांकन शुरू हुए 4 दिन हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप नहीं दे सकी है। दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी (आप) ने सबसे पहले अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी।) को भाजपा ने भी अधिकांश सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। वहीं, कांग्रेस में उम्मीदवारों के चयन पर विचार-विमर्श का दौर अंतिम चरण में है। शनिवार (18 जनवरी) को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी है।
इसी बैठक में प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा। उम्मीद है कि पार्टी उम्मीदवारों में तमाम वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल रहेंगे। वहीं, दिल्ली की कुछ सीटों पर जदयू के साथ तालमेल की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि कांग्रेस नेताओं ने नहीं की है। दो दिन पहले आई इस तरह की खबरों पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा सिरे से इनकार कर चुके हैं। लोकसभा चुनावों में लड़ने वाले प्रत्याशियों का नाम सूची में शामिल होने को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं जताई हैं। अभी इसे लेकर कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा रहा। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए बिगुल बज गया है। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ही भाजपा और कांग्रेस भी सत्ता प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रही हैं। दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी।
गौरतलब है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को कुल 67 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं भाजपा को 3 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल सकी थी। इसके अलावा 2019 के लोकसभा चुनाव में में दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी।