ब्यूरो | नवप्रवाह न्यूज़ नेट्वर्क
महबूबा मुफ़्ती रहती तो हिंदुस्तान में हैं, लेकिन उन्हें देश के झण्डे से मुहब्बत नहीं है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने ऐसा बयान दिया है, जिसकी तीखी आलोचना शुरू हो गई है। पीडीपी की अध्यक्षा महबूबा मुफ़्ती ने रिहाई के बाद पहली बार पत्रकारों से सीधी बात की।
पत्रकारों से बात करते हुए महबूबा मुफ़्ती ने जम्मू-कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये मेरा झंडा है। जब तक हमारा झंडा हमारे पास वापस नहीं आ जाता, हम दूसरा कोई झंडा नहीं उठाएंगे। जब हमें अपना झंडा वापस मिल जाएगा, तब हम उस दूसरे झंडे (तिरंगा) को भी उठाएंगे।
मुफ़्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत जम्मू-कश्मीर की भूमि चाहता है न कि उसके लोग। मैं अनुच्छेद 370 फिर से लागू होने तक कोई झंडा नहीं उठाऊंगी। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मुझे अनुच्छेद 370 की दोबारा बहाली होने का पूरा यकीन है। जिन्होंने हमसे हमारा हक छीना है। उन्हें हमारा हक लौटाना होगा।
महबूबा ने कहा कि कश्मीर के लिए अब तक हमारी आवाम ने बड़ी क़ुर्बानी दी है, अब हम नेताओं की बारी है। अब हमें आगे आकर कश्मीर को बचाना होगा। जब तक हमें हमारा हक़ लौटाया नहीं जाता, हम किसी भी चुनाव में शरीक नहीं होंगे।
महबूबा ने प्रधानमंत्री पर भी ज़ुबानी हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश को असल समस्या से इत्तेफ़ाक नहीं रखते। उन्हें पता ही नहीं है कि देश किन परेशानियों से गुज़र रहा है। वे सिर्फ़ अनुच्छेद 370 के नाम पर वोट बटोरने की कोशिश में लगे हैं।